शिमला: हिमाचल की कांग्रेस सरकार एक तरफ जहां बिलासपुर में 2 साल का कार्यकाल पूरा होने पर समारोह का आयोजन कर रही है. वहीं, बीजेपी ने आज प्रदेश सरकार के खिलाफ राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को 116 पन्नों का ज्ञापन सौंपा है. इस ज्ञापन में बीजेपी ने सरकार पर भ्रष्टाचार सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल सहित अन्य विधायकों और प्रदेश स्तरीय नेताओ ने राज्यपाल को ये ज्ञापन सौंपा है.
बीजेपी की ओर से सौंपे गए ज्ञापन में सरकार पर शराब घोटाला, भू घोटाला, पीडब्ल्यूडी घोटाले के साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं. बीजेपी ने राज्यपाल से इसकी जांच की मांग उठाई है. भाजपा ने आरोप लगाते हुए कहा कि, 'वर्तमान कांग्रेस सरकार का 2 वर्ष का ये कार्यकाल प्रदेश के इतिहास में काले अध्याय के रूप में जाना जाएगा, क्योंकि भ्रष्टाचार में डूबी सुक्खू सरकार ने 'मित्रों' को अनैतिक रूप से लाभ पहुंचाकर, फिजूल खर्ची को बढ़ावा देकर और आर्थिक कुप्रबंधन कर प्रदेश को आर्थिक दिवालियापन की कगार पर खड़ा कर दिया हैं. वहीं, क़ानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए खनन, ड्रग, शराब, कबाड़, वन व भू माफिया को सरंक्षण देकर प्रदेश में माफिया राज स्थापित कर दिया है.'
बीजेपी ने लगाए शराब घोटाले के आरोप
बीजेपी ने ज्ञापन में कहा कि, 'अजीब-गरीब फैसले लेकर प्रदेश को देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में मजाक का विषय बना दिया. मुख्यमंत्री कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है.
हिमाचल सरकार के आबकारी एवं कराधान विभाग ने इस वर्ष के लिए फरवरी-मार्च 2024 में शराब के ठेकों की नीलामी की थी, जिसमें बहुत बड़ा घोटाला हुआ है. एक तो विभाग ने जिलों में छोटे यूनिट मिलाकर बड़े यूनिट बना दिए, ताकि चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाया जा सके. सरकारी दबाव में प्रशासनिक अधिकारियों ने नीलामी करने में गड़बड़ियां की जिससे कई जिलों में बोली रिजर्व दाम के बराबर या कम में ही चली गई और चहेतों को लाभ देने के लिए सरकारी खजाने को चूना लगाने का काम किया गया है.'