हजारीबाग:पिछले 15 सालों से हजारीबाग में भाजपा कार्यालय के रूप में अटल सेवा केंद्र काम कर रहा था. यहां से जिला अध्यक्ष का कार्यालय भी काम करता था. यही नहीं सांसद का दफ्तर भी यहां था. सुबह शाम कार्यकर्ताओं का आना-जाना लगा रहता था. लेकिन अब यहां वीरानगी छाई हुई है. अटल सेवा केंद्र बंद कर दिया गया है.
अलट सेवा केंद्र कभी हजारीबाग में बीजेपी के राजनीतिज्ञों का गढ़ हुआ करता था. यहां राज्य या केंद्र से वरीय पार्टी पदाधिकारी भी पहुंचते थे. अटल सेवा केंद्र में ही बैठक या अन्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था. जब भी किसी नेता को प्रेस से बात करना होता था तो यही प्रेस वार्ता का आयोजन भी यहीं होता था. भारतीय जनता पार्टी का वार रूम भी अटल सेवा केंद्र में ही बनाया गया था. जिसमें किसी भी आम व्यक्ति को आने जाने की इजाजत नहीं थी.
जयंत सिन्हा से अगर किसी को काम हो या आवेदन देना हो तो अटल सेवा केंद्र में ही देना होता था. जहां जयंत सिन्हा की ओर से दो से तीन कर्मी भी लगाए गए थे. कार्यालय में हमेशा चहलकदमी देखने को मिलती थी. लेकिन जैसे ही जयंत सिन्हा का टिकट कटा है इस दफ्तर मैं सन्नाटा पसर गया. अब तो यहां भारतीय जनता पार्टी का बैनर पोस्टर झंडा भी हट गया है.
जानकारी के अनुसार अंदर से सारा सामान भी हटा दिया गया है. जहां कार्यकर्ताओं की भीड़ रहती थी वहां कोई व्यक्ति भी कार्यालय झांकने के लिए नहीं पहुंच रहा है. इस मुद्दे पर जिला अध्यक्ष विवेकानंद सिंह का कहना है कि किसी खास व्यक्ति का वह भवन है, इस कारण खाली कर दिया गया है. लेकिन वह खास व्यक्ति कौन है इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया. प्राप्त जानकारी के अनुसार वह भवन यशवंत सिन्हा का है. यशवंत सिन्हा जयंत सिन्हा के पिता हैं. टिकट कटने के बाद पिता ने दफ्तर बंद कर दिया है.
यही नहीं लोकसभा 2024 के लिए कोणार पेट्रोल पंप के पास लोकसभा कर्यालय बनाया गया था. उसे कार्यालय में भी अब टू लेट का बोर्ड लगा चुका है. कुछ दिन पहले इसी कार्यालय में पार्टी ने राय शुमारी का आयोजन किया था. जहां भारी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे थे. इस कार्यालय में भी चहल-पहल बढ़ गई थी. बहुत ही धूम-धाम के साथ कार्यालय खोला गया था. उस कार्यालय में ताला लगा हुआ है. इस पर जिला अध्यक्ष ने कहा है कि वास्तु शास्त्र के अनुसार उसमें दोष है इस कारण कार्यालय बंद कर दिया गया है.