रांचीः पंचप्रण के जरिए चुनावी नैया पार लगाने में जुटी झारखंड बीजेपी के लिए हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम ने उत्साहवर्धन करने का काम किया है. यही वजह है कि पार्टी अपने लक्ष्य को पाने के लिए चुनावी रणनीति को जमीन पर उतारने में जुट गई है. इसके तहत पार्टी गोगो दीदी योजना को रामबाण मान रही है, जिसकी घोषणा के साथ ही सियासत जारी है.
बीजेपी इससे उत्साहित है और सबसे अधिक प्रमुखता से जनता के बीच ले जाने में इन दिनों जुटी हुई है. इसके लिए पार्टी के सभी बड़े और छोटे कार्यकर्ताओं को विशेष रूप से जिम्मेदारी दी गई है. जनता के बीच गोगो दीदी फॉर्म लेकर पहुंच रहे भाजपा नेताओं के द्वारा इस दौरान उन्हें आश्वासन दिया जा रहा है कि यदि सत्ता में बीजेपी आती है तो मां -बहनों को प्रतिमाह 2100 रुपया सम्मान के रूप में दिया जाएगा. पार्टी के इस अभियान में प्रदेश अध्यक्ष से लेकर बूथ स्तर के सभी कार्यकर्ता और नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है.
- विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने बनाई रणनीति
- पंचप्रण के तहत गोगो दीदी योजना और बांग्लादेशी घुसपैठ मुद्दा को मुखर रखने की स्ट्रेटजी
- चुनाव मैदान में प्रदेश स्तर पर पार्टी के बड़े चेहरे को उतारने का निर्णय
- संथाल और कोल्हान पर विशेष फोकस
- जिताऊ उम्मीदवार को ही चुनाव मैदान में उतारने का निर्णय
- युवा, महिला, भ्रष्टाचार और वर्तमान सरकार की वादाखिलाफी को मुद्दा बनाने का निर्णय
- पीएम मोदी के चेहरे के साथ जनता का विश्वास जीतने का लक्ष्य
पंचप्रण के तहत बंगलादेशी घुसपैठ से ज्यादा गोगो दीदी योजना प्रभावी
विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी को उम्मीद है कि पंचप्रण के तहत बांग्लादेशी घुसपैठ से ज्यादा गोगो दीदी योजना प्रभावी होगी. इसके अलावा प्रदेश भाजपा इस बार के चुनाव में पीएम मोदी के चेहरे को आगे लाकर जनता का विश्वास जीतने की तैयारी में है. पार्टी के द्वारा इसके लिए वृहद कार्य योजना बनाई जा रही है. एनडीए के अंदर घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग सुलझ जाने के साथ ही पार्टी ने उन्हें टिकट देने का निर्णय लिया है, जो जिताऊ उम्मीदवार हैं यानी चुनाव जीतने में वह सक्षम हैं. इसके लिए विगत लोकसभा चुनाव परिणाम को भी एक आधार बनाया गया है.