नई दिल्लीः उत्तर-पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट दिल्ली की एकमात्र आरक्षित सीट है. यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. 2008 में हुए लोकसभा क्षेत्रों के नए परिसीमन के बाद यह सीट अस्तित्व में आई. इस पर पहला चुनाव 14वीं लोकसभा के समय 2009 में हुआ. इससे पहले चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी कृष्णा तीरथ ने चुनाव जीता था. भाजपा प्रत्याशी मीरा कांवरिया को दो लाख 85 हजार से भी अधिक मतों से करारी शिकस्त दी थी. उस समय आम आदमी पार्टी अस्तित्व में नहीं थी.
इस सीट से व2014 में भाजपा प्रत्याशी उदित राज ने जीत दर्ज की. उन्होंने आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी राखी बिड़ला को एक लाख से भी ज्यादा मतों से हराया था. कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रही थी. इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सांसद उदित राज का टिकट काटकर पंजाबी सिंगर हंस राज हंस को टिकट दिया. मोदी लहर के चलते हंस राज हंस ने 5,53,897 वोट से जीत दर्ज की थी.
उत्तर-पश्चिमी लोकसभा क्षेत्र में आने वाली विधानसभा सीटें:उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में आने वाली विधानसभा सीटें नरेला, बादली, रिठाला, बवाना, मुंडका, किराड़ी, सुलतानपुर माजरा, नांगलोई जाट, मंगोलपुरी और रोहिणी है. इनमें से सिर्फ एक सीट रोहिणी भाजपा के पास है. यहां से विजेंद्र गुप्ता विधायक हैं. बाकी 9 विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी का कब्जा है. 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के अनुसार, इस सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 23 लाख 78 हजार 995 है. इनमें पुरुष मतदाता 13 लाख पांच हजार 796 हैं. जबकि, महिला मतदाताओं की संख्या 10 लाख 73 हजार 41 है.