चमोली: उत्तराखंड की बदरीनाथ विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में बीजेपी को बड़ी राहत मिली है. बीजेपी प्रत्याशी के ही खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे पार्टी की नेता को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मना लिया है. और टिकट वापस लेने के लिए राजी कर लिया है.
दरअसल, बदरीनाथ उपचुनाव में बीजेपी ने पूर्व विधायक राजेंद्र भंडारी पर ही भरोसा जताया है. राजेंद्र भंडारी ने लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइंन की थी. इसी वजह से राजेंद्र भंडारी की विधायकी भी चली गई थी. राजेंद्र भंडारी को बदरीनाथ विधानसभा सीट से इस्तीफा देने पड़ा. तभी से उत्तराखंड की बदरीनाथ विधानसभा सीट खाली चल रही थी, जिस पर बीते दिनों ही निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव की घोषणा की.
बीजेपी ने यहां से कांग्रेस के बागी और पूर्व विधायक राजेंद्र भंडारी को ही टिकट दिया. जिसका बीजेपी में कई नेताओं ने विरोध भी किया. हालांकि बीजेपी ने अपने कई नेताओं को तो मना लिया था, लेकिन राजेंद्र भंडारी के चचेरे भाई और बीजेपी के मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिंह भंडारी निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था. जिससे बीजेपी थोड़ी असहज हो गई थी. हालांकि उन्हें बीजेपी ने मना लिया है और अब वो उपचुनाव नहीं लड़ रहे है.
शुक्रवार 21 जून को वीरेंद्र भंडारी ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट साथ अपनी फोटो पोस्ट की. वीरेंद्र भंडारी ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि वो निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन कर चुके थे, लेकिन उनके राजनीतिक गुरु और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उनकी पीड़ा सुनी. इसके बाद उनकी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी मुलाकात कराई गई है. वीरेंद्र भंडारी ने साफ किया है कि वो पूरी जिम्मेदारी के साथ बदरीनाथ उपचुनाव में बीजेपी को जिताने का काम करेंगे.
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