रांचीः झारखंड के मैथन और पंचेत डैम से पानी छोड़ने की वजह से पश्चिम बंगाल के कई जिलों में बाढ़ वाली स्थिति पैदा होने पर दोनों प्रदेशों के बीच खींचतान शुरू हो गई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री द्वारा तीन दिन तक झारखंड-बिहार सीमा सील करने के निर्देश की वजह से बॉर्डर पर भारी वाहनों की कतार लगी हुई है. इस पर नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
डैम की वजह से झारखंड के ज्यादातर इलाके पानी में डूबे रहते हैं. इस बार भारी बारिश हुई है. अब प्राकृतिक आपदा में डैम का फाटक नहीं खोला जाएगा तो कई इलाके डूब जाएंगे. नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि अक्सर ममता बनर्जी झारखंड के सीएम को धमकाती रहती हैं लेकिन झारखंड के इस अपमान में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का चुप बैठ जाना बुजदिली की निशानी है.
पश्चिम बंगाल और झारखंड के बीच पानी को लेकर उठे विवाद के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इसके लिए डीवीसी और केंद्र सरकार को जिम्मेदार माना है. झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा है कि प. बंगाल में डीवीसी का पानी छोड़े जाने की वजह से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है. उन्होंने कहा कि डीवीसी की मनमानी आज से नहीं बल्कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार आई है उसी समय से है. इनका मकसद साफ है कि किस तरह से गैर भाजपा शासित राज्यों को परेशान किया जाए.
यही वजह है कि बगैर कोई कोआर्डिनेशन के पानी छोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि इससे पहले ईचा बांध का पानी छोड़ा गया, जिसे राज्य सरकार ने बंगाल सरकार से संवाद स्थापित करके धीरे धीरे पानी छोड़ा था. उन्होंने कहा कि अभी जो गतिरोध बनी हुई है मुझे उम्मीद है कि आज शाम तक उसे दूर कर लिया जाएगा. उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार के द्वारा दिए गए फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि ममता दीदी को इस तरह का फैसला नहीं लेना चाहिए था फिर भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस गतिरोध को दूर करने के लिए उच्च अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं और मुझे उम्मीद है कि आज शाम तक यह समाप्त हो जाएगा.