हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बच चुका है. हालांकि अभी कांग्रेस द्वारा अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी द्वारा इस बार उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर भरोसा जताते हुए उन्हें मौका दिया गया है. त्रिवेंद्र सिंह रावत भी हरिद्वार की सीट बीजेपी को दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. त्रिवेन्द्र सिंह रावत सबसे पहले धर्मनगरी हरिद्वार के साधु संतों से मुलाकात करने गए. उनका आशीर्वाद लिया और हरिद्वार के सभी धार्मिक स्थलों पर पूजा अर्चना कर जीत की कामना की.
हरिद्वार के साधु संतों से मिले त्रिवेंद्र रावत: हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संतों से मुलाकात की. संतों ने खुल कर भाजपा प्रत्याशी का समर्थन करने की बात कही. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे हैं. कुंभ के दौरान उन्होंने संतों के लिए बहुत काम किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्र सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह से कार्य कर रहे हैं वह उल्लेखनीय है. खास तौर पर सनातन के लिए जो कार्य भाजपा सरकार में हुए हैं. उसके बाद संतों का पूरा आशीर्वाद भाजपा प्रत्याशियों के साथ है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर हमें भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है, तो नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री चुनना होगा.
साधु संतों ने त्रिवेंद्र रावत को दिया जीत का आशीर्वाद: वहीं भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत का समर्थन करते हुए निरंजनी अखाड़े के सचिव श्री महंत रामरतन गिरि ने कहा कि जब त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री थे, तब से ही उनके ऊपर संतों का आशीर्वाद रहा है. अब जब भाजपा ने उन्हें हरिद्वार लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है, तब भी संतों का पूरा आशीर्वाद उनके साथ है. उन्हें विश्वास है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत रिकॉर्ड मतों से अपनी जीत हासिल करेंगे. संत दर्शन भारती का कहना था कि जो सनातन के लिए काम करेगा, संतों का आशीर्वाद उसके साथ हमेशा रहेगा.
त्रिवेंद्र ने साधु संतों के आशीर्वाद को जीत बताया: संतों से मुलाकात के विषय पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि संत हमेशा से ही मार्गदर्शन का कार्य करते रहे हैं. जब वह मुख्यमंत्री थे, तब भी संतों का आशीर्वाद उन्हें लगातार मिलता रहता था. आज भी उन्होंने अपने कैंपेन की शुरुआत साधु संतों का आशीर्वाद लेकर की है. उन्होंने कहा है कि जिसको साधु संतों का आशीर्वाद मिल जाता है, वह अपने आप में जीत जाता है.
हरिद्वार से संत तय करते हैं लोकसभा का रास्ता: आपको बता दें कि धर्म नगरी हरिद्वार में साधु संतों की अच्छी खासी संख्या है. साधु संतों के साथ धर्म नगरी हरिद्वार के कई आम नागरिक भी जुड़े हुए हैं. ऐसे में साधु संत अपनी एक खास पकड़ राजनीति में भी रखते हैं. धर्मनगरी हरिद्वार की लोकसभा सीट का रास्ता संतों से होते हुए ही गुजरता है, इसीलिए सभी राजनीतिक पार्टियां संतों का आशीर्वाद लेना चाहती हैं.
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