लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम के सामने महत्वपूर्ण मांग की है. भाजपा की ओर से कहा गया है कि आमतौर से पर्दे में रहने वाले लोग बिना चेहरा दिखाई ही वोट करना चाहते हैं. ऐसा हो भी जाता है. इसलिए बिना चेहरा दिखाएं किसी को वोट डालने की अनुमति न मिले. दिव्य स्तरीय व्यवस्था के तहत मतदाता की पहचान की जाए. भारतीय जनता पार्टी की इस मांग का स्पष्ट संकेत पर्दानशी यानी मुस्लिम महिलाओं की ओर है. दूसरी और समाजवादी पार्टी की ओर से चुनाव आयोग के सामने मतदाता सूची में गड़बड़ियों के मामले रखे गए हैं. मतदाता सूची को पूरी तरह से पारदर्शी रखने की मांग की गई है.
लोकसभा चुनाव की घोषणा को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग की सक्रियता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. जिसको लेकर राज्यों के दौर भी शुरू हो गए हैं. चुनाव आयोग के पदाधिकारी की उत्तर प्रदेश में दौरे की शुरुआत गुरुवार को हो गई .मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार एवं निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल के साथ भारत निर्वाचन आयोग की टीम का लखनऊ एयरपोर्ट पर आगमन शाम करीब चार बजे हो गया था. टीम उत्तर प्रदेश में आयोग के अधिकारियों से मिली. साथ ही राजनीतिक दलों के पदाधिकारी से भी मुलाकात की है . पुलिस, आयकर, एनफोर्समेंट डिपार्मेंट और आबकारी विभाग के अधिकारियों से अलग-अलग दिनों में मुलाकात की जाएगी. जिनके जागे चुनाव संचालन संबंधित जरूरी दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए जाएंगे.
इस तरह से है चुनाव आयोग का कार्यक्रम
कल सुबह 9.30 बजे से डीएम-एसपी के साथ मीटिंग होगी. पुलिस कमिश्नर भी आयोग की मीटिंग में बुलाए गए है. 2 मार्च को सुबह 9.30 बजे प्रवर्तन एजेंसियों के साथ बैठक होगी. इसमें आयकर, नारकोटिक्स, GST के अधिकारी बुलाए गए हैं. 2 मार्च को सुबह 11 बजे मुख्य सचिव, DGP के साथ मीटिंग होगी. इसी दिन दोपहर 12.30 बजे चुनाव आयोग की पीसी होगी.
लोकसभा चुनाव 2024 के संदर्भ में सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, प्रदेश महामंत्री संजय राय और चुनाव संचालन समिति के अरुण कांत त्रिपाठी ने चुनाव आयोग की टीम से मुलाकात की. जिसमें उन्होंने अपना पत्र प्रस्तुत किया.
यह हैं बीजेपी की मांगें
• 23 जनवरी 2024 का प्रकाशित की गई मतदाता सूची में कुछ स्तर पर अब भी डुप्लीकेसी की समस्या है. एक ही नाम के कई सारे मतदाता उसमें शामिल हैं. जिनके पिता का नाम शार्ट में लिखा गया है. इसके अलावा एक ही मकान नंबर पर अब भी बहुत सारे मतदाता दर्ज किए गए हैं. चुनाव से पूर्व मतदाता सूची को पूर्ण पारदर्शी बना दिया जाए.
• नगरों में बने बहुमंजिला भवनों (मल्टीस्टोरी बिल्डिंग) एवं आवासीय सोसाइटी के परिसरों में अलग मतदान केंद्र बनाया जाए, जिससे मतदान प्रतिशत में अपेक्षित सुधार हो सके.
• लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान सभी मतदान केंद्र पर सम्पूर्ण मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराने की पूर्ण व्यवस्था कराई जाए.
• मतदाता की पहचान पूरी तरह से सुनिश्चित करने के उपरांत ही उसको वोट डालने दिया जाए. मतदान केंद्र पर वोटिंग के लिए आने वाले सभी मतदाताओं को दो चरण में पहचान सुनिश्चित की जाए जिससे फर्जी मतदान करने वालों की पहचान हो सके.