पटना :शिक्षा विभाग ने छठ पर्व को लेकर शिक्षक संगठनों के छुट्टी की डिमांड पर खरना के दिन अर्थात 6 नवंबर को छुट्टी की घोषणा कर दी. पूर्व में छठ महापर्व को लेकर 7 नवंबर से 9 नवंबर की जो छुट्टी थी, उसे अब बढ़कर 6 नवंबर से 9 नवंबर तक कर दी गई है. लेकिन सरकार के इस फैसले से तमाम शिक्षक संगठन नाखुश है. सभी का कहना है कि उनके साथ धोखा हुआ है और वह अपनी मांग पर कायम हैं. उनकी एक ही मांग है कि पूर्व की भांति दीपावली से छठ तक की छुट्टी पुनः बहाल की जाए.
'सरकार सिर्फ आई वॉश कर रही है' : बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि विभाग ने शिक्षकों के साथ धोखा किया है. एक दिन की अतिरिक्त छुट्टी बहाल करने के निर्णय से शिक्षक संतुष्ट नहीं है. इस बार गर्मी छुट्टियां में भी शिक्षकों से काम लिया गया है. दीपावली-छठ की छुट्टियों में कटौती कर दी गई है. सरकार सिर्फ आई वॉश कर रही है कि शिक्षकों की छुट्टी बढ़ा दी गई है, लेकिन यह सब कुछ नहीं हुआ है.
''पूर्व में दीपावली से छठ तक छुट्टी रहती थी. इस बार भी दीपावली से छठ के छुट्टी के बीच में 3 नवंबर को छुट्टी है. इस दिन भाई दूज के नाम पर छुट्टी दी जा रही है, जबकि इस दिन रविवार की छुट्टी पहले से है. दीपावली में सिर्फ एक दिन की छुट्टी दी जा रही है. जबकि पूर्व में ऐसा नहीं होता था. जो शिक्षक घर से काफी दूर रहते हैं, वह अपने घर दीपावली में नहीं जा पाएंगे. हम चाहते हैं कि सरकार इस पर ध्यान दे और पूर्व की भांति छुट्टी बहाल करे.''- मनोज कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष, बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ
'सरकार ने धोखा किया है' :टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू सिंह ने बताया कि शिक्षक संगठनों की मांग पर सरकार ने धोखा किया है. यह सिर्फ आई वॉश की कोशिश की गई है कि विभाग ने शिक्षकों की डिमांड पर छुट्टी बढ़ा दी. लेकिन यह सब बड़ा अजीब है. 1947 से 2023 तक दीपावली से लेकर छठ तक विद्यालयों में लगातार छुट्टी रही है.
''पहली बार हो रहा है कि दीपावली में सिर्फ एक दिन की छुट्टी मिल रही है. दूसरे प्रदेश के भी शिक्षक बिहार में काफी संख्या में है. ऐसे में इस बार यह शिक्षक एक दिन की छुट्टी के कारण घर पर दिवाली नहीं मना पाएंगे. सभी शिक्षक यही चाहते हैं कि दीपावली से छठ तक पूर्व की भांति छुट्टी बहाल की जाए.''-राजू सिंह, प्रदेश संयोजक, टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ