पटना:बिहार के आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने अपनी संपत्ति सार्वजनिक कर दी है. मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा के तीन बैंक खातों में करीब 19 लाख रुपये जमा है. पिछले साल 24 लख रुपये जमा था. वहीं लखनऊ के गोमती नगर में दो फ्लैट हैं, जिसकी कीमत 1 करोड़ 7 लख रुपये के करीब है. डीजीपी आरएस भट्टी के पास नगद के रूप में 45000 तो उनकी पत्नी के पास 35000 रुपए नगद है. वहीं आरएस भट्टी ने बैंक में 41.81 लख रुपये जमा कर रखा है. बॉन्ड और शेयर में करीब 54 लाख रुपये का निवेश भी किया है. चंडीगढ़ में एक 500 वर्ग गज का आवास भी है. वहीं उनकी पत्नी के पास 91 लाख रुपये के जेवरात हैं.
आईएएस-आईपीएस ने सार्वजनिक की संपत्ति: अपर पुलिस महानिदेशक जीएस गंगवार के बैंक खातों में करीब 1.5 करोड रुपये जमा है, जबकि म्युचुअल फंड में 71 लख रुपये का निवेश भी कर रखा है. लखनऊ और हरियाणा मैं फ्लैट भी है. विकास आयुक्त चेतन प्रसाद के पास ₹70000 नगद और विभिन्न बैंक खातों में ₹600000 जमा है, जो कि पत्नी के पास 60000 नगद और विभिन्न बैंक खातों में ₹900000 है.
सिद्धार्थ के पास पिस्तौल: चैतन्य प्रसाद के पास ढाई सौ ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी जब कि पत्नी के पास 1250 ग्राम सोना और 3000 ग्राम चांदी है. कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉक्टर एस सिद्धार्थ के बैंक खातों में 52.51 लाख रुपये जमा है. उन्होंने शेयर में भी निवेश कर रखा है. दिल्ली के द्वारका में एक फ्लैट है, जिसकी कीमत 25 लाख रुपये है. उन्होंने बैंक से करीब 90 लख रुपये ऋण भी ले रखा है. सिद्धार्थ के पास पिस्तौल और कैमरा भी है.
केके पाठक के पास गाड़ी भी नहीं:शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के पास ना तो गाड़ी है और ना ही गहना. इनके पास नगद ₹15000 है, जबकि बचत खाता में 8.71 लाख जमा है. पीएफ खाता में 56.27 लाख रुपये और जीपीएफ में 1.60 करोड रुपये जमा है. ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल के पास ₹50000 नगद उनकी पत्नी के पास 70000 रुपये नगद है. पत्नी के पास 550 ग्राम सोना है, जबकि खुद पंकज पाल के पास 135 ग्राम सोना है. इनके पास नोएडा में आवास भी है. साथ ही बैंक से इन्होंने ऋण भी ले रखा है.