पटना :''नीतीश कुमार जब से बीजेपी के साथ फिर से सरकार बनाए हैं, तब से मुख्यमंत्री बहुत ही मानसिक तनाव में है. इसी मानसिक तनाव के कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई सार्वजनिक मंचों पर अपने से छोटे नेताओं एवं सरकारी अधिकारियों के पैर छूने लगते हैं. सीएम नीतीश कुमार पर बीजेपी नेताओं का इतना प्रेशर है कि वह सही ढंग से काम नहीं कर पा रहे हैं.'' यह कहना है आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का.
RK सिन्हा के छूए पैर : दरअसल, जिस तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चित्रगुप्त पूजा के दौरान पूर्व सांसद और उद्योगपति रविंद्र किशोर सिन्हा का पैर छुआ, उसके बाद यह खबर पूरे बिहार में आग की तरफ फैल गई. वहीं दूसरी तरफ आरजेडी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सेहत पर सवाल खड़े कर रही है.
'नीतीश जी आप ऐसे तो न थे..' :वैसे गौर से देखा जाए तो, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह पहली बार नहीं किया है. इससे पहले भी उन्होंने कई दफा इस तरह की घटना को दोहराया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक के पैर छुए हैं. आज हम आपको बताएंगे कि कब-कब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने व्यक्तित्व से हटकर इस तरह की हरकत की है. तभी तो विपक्षी चुटकी लेकर कहता है, नीतीश जी आप ऐसे तो न थे.
पीएम नरेंद्र मोदी के पैर छूने झुके : 7 जून 2024, जगह दिल्ली और कार्यक्रम- ऑल इंडिया एनडीए पार्टियों की बैठक. इस बैठक की अध्यक्षता देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे थे. इस दौरान नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी के बाद उनकी तारीफ कर रहे थे. चुकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू एनडीए में शामिल हो चुकी थी. एनडीए की सरकार देश में बन चुकी थी.
PM कर रहे थे CM की तारीफ : इस दरमियान जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार की तारीफ की तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके पास पहुंचे, उनका आभार व्यक्त करते-करते उनके सामने झुक कर उनके पांव छूने लगे, तब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पकड़ लिया और गर्मजोशी के साथ उनका अभिवादन स्वीकार किया.
पीएम नरेंद्र मोदी के पैर छूने झुके (ETV Bharat)
अधिकारी के पैर छूने लगे :उसके ठीक 1 महीने बाद 10 जुलाई 2024 को पटना के जेपी गंगा पथ के गायघाट से कंगन घाट के रोड के लोकार्पण को लेकर कार्यक्रम चल रहा था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने अधिकारी प्रत्यय अमृत की तरफ मुखातिब होकर यह कहने लगे कि यह सब काम समय पर होना चाहिए था और भी जो काम है उसे समय पर करना चाहिए. मुख्यमंत्री इतना कहते हुए खड़े हो गए, प्रत्यय अमृत की तरफ मुखातिब होकर बोले कि काम समय पर होगा की नहीं, हम आपके हाथ जोड़ते हैं कहिए तो पैर छू लेते हैं और मुख्यमंत्री अधिकारी के सामने झुकने लगे. तब तक वहां मौजूद उप मुख्यमंत्री विजय सिंहा और तमाम जो नेता थे, उन्होंने उन्हें पकड़ लिया, जिससे वो पैर नहीं छू पाए.
डिप्टी सीएम से मंत्री का ललाट मिलन : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक और वाक्या काफी वायरल हुआ था. मौका था अनुग्रह नारायण सिंह की जयंती का, दिन था 18 जून 2024. इस दौरान विधानसभा परिसर में एएन सिन्हा की जयंती के मौके पर सभी नेता, राज्यपाल पहुंचे हुए थे. जब जयंती का कार्यक्रम संपन्न हुआ तो, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के ललाट पर तिलक देखा तो, उन्होंने अपने ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री अशोक चौधरी को पकड़ा और विजय सिन्हा के साथ ललाट मिलन कर दिया. इस दौरान सभी नेता और मंत्री हंस रहे थे. इसके बाद विजय सिंहा ने अपना तिलक मंत्री विजय चौधरी को भी लगा दिया और नीतीश कुमार ने मंगल पांडे को भी विजय सिंहा का ललाट मिलन करा कर तिलक कराया.
PM का हाथ अपने हाथ में लिए CM :19 जून 2024, नालंदा विश्वविद्यालय के नये कैंपस के उद्घाटन समारोह के दौरान अचनाक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हाथ अपने हाथ में ले लिए. उंगली का मिलान करने लगे. इससे कुछ देर के लिए पीएम को भी समझ में नहीं आया कि मामला क्या है?
पत्रकारों को झुककर आरती प्रणाम : इससे पहले 1 साल पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ ऐसी हरकत की थी. दिन था 14 नवंबर 2023. मौका था चाचा नेहरू की जयंती का. मुख्यमंत्री काफी दिनों से पत्रकारों से बात नहीं कर रहे थे. पटना के तमाम पत्रकार चाचा नेहरू पार्क पटना के बाहर खड़े थे. मुख्यमंत्री ने जब माल्यार्पण कर लिया और जाने लगे तो, मुख्यमंत्री को पत्रकारों ने टोका तो, मुख्यमंत्री ने अपने आगे जो नेता खड़े थे उनको हटाते हुए अपने हाथ को आरती की तरह घूमाते हुए पत्रकारों को ऐसे प्रणाम किया जैसे लग रहा हो कि वह उनसे छुटकारा पाना चाहते हों. मुख्यमंत्री के इस अंदाज को किसी ने अब तक नहीं देखा था. लेकिन, मुख्यमंत्री ने दोनों हाथ जोड़कर आरती की मुद्रा में पत्रकारों को प्रणाम किया तो लोगों को गुदगुदी हो गई.
अशोक चौधरी के गले लिपटे : इससे पहले 21 सितंबर 2023 को पटना शिवसागर रामगुलाम की जयंती में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी के नेता अरविंद सिंह उर्फ छोटू सिंह के तिलक को देखकर अपने मंत्री अशोक चौधरी को पकड़ा और उनसे ललाट मिलन कर दिया. दोनों नेताओं के ललाट को मिलाकर तिलक कराया. जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस घटना के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है, देश भर में 7 धर्म है हमारे यहां 6 धर्म है. मैं सभी धर्म की इज्जत करता हूं. सभी को सम्मान नजर से देखता हूं और अशोक चौधरी को देखते हुए कहा कि इनसे बहुत प्रेम है. हम इनको देखते हैं तो बहुत खुश होते हैं. हम टीका के खिलाफ नहीं हैं और यह कहते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अशोक चौधरी के गले में लिपट गए.
सुर्खियों में आ जाते हैं नीतीश :कुल मिलाकर कहें तो इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कब क्या करेंगे उन्हें खुद भी पता नहीं होता है. इसलिए उनके आसपास जितने अधिकारी होते हैं या फिर उनके स्टाफ होते हैं वह काफी तत्पर रहते हैं. इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ ऐसी हरकत कर देते हैं कि वह सुर्खियों में आ जाते हैं.