हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

Bhupinder Singh Hooda Exclusive : कांग्रेस-AAP गठबंधन, बजट और किसानों के मुद्दे पर क्या बोले नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा? - भूपेंद्र सिंह हुड्डा एक्सक्लूसिव

Bhupinder Singh Hooda Exclusive : हरियाणा में इस साल चुनाव होने हैं. ऐसे में हरियाणा का सियासी माहौल गर्माया हुआ है. AAP और कांग्रेस में गठबंधन हो गया है तो वहीं हरियाणा बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं. इस बीच शुक्रवार को हरियाणा का बजट भी पेश कर दिया गया है जिसे लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. इन तमाम मुद्दों पर ईटीवी भारत ने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा से एक्सक्लूसिव बातचीत की है.

Bhupinder Singh Hooda Exclusive INDIA Alliance AAP Congress  Haryana Budget Farmers Protest Haryana News
नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा एक्सक्लूसिव

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 24, 2024, 6:07 PM IST

नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा एक्सक्लूसिव

चंडीगढ़ :वित्त मंत्री के तौर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा में बजट पेश किया है जिसे सरकार जनता के हित का बजट बता रही है. वहीं विपक्ष सरकार को राज्य पर बढ़ते कर्ज और कई विभागों में बजट की कटौती को लेकर सरकार को घेर रहा है. इस बीच कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने INDI एलायंस के तहत शीट शेयरिंग फॉर्मूले पर सहमति बनाते हुए हरियाणा और चंडीगढ़ में एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है. वहीं पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर किसान दिल्ली जाने के लिए डटे हुए हैं और पैरामिलिट्री फोर्स के साथ किसानों की कई बार झड़प हो चुकी है. ऐसे में इन तमाम मुद्दों को लेकर ईटीवी भारत ने हरियाणा के पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा से एक्सक्लूसिव बातचीत की है.


1)हरियाणा सरकार ने जो बजट पेश किया है उस पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है, क्या आपको लगता है, ये जनता के हित का बजट है?

जवाब - देखिए बजट में शब्दों की बाजीगरी की गई है. ये कहा गया है कि बजट में वृद्धि की गई है लेकिन ये नहीं बताया गया कि इनफ्लेशन कितनी हो गई है. हरियाणा में इनफ्लेशन मौजूदा दौर में 6.14 फीसदी है. उसके हिसाब से देखा जाए तो बजट 30 प्रतिशत घटा है. इसे बढ़ाया नहीं गया है. साथ ही ये बजट किसी के हित का नहीं है बल्कि इन्होंने सिर्फ कर्जा लिया है. हमारी आने वाली पीढ़ी पर कर्जा थोपा है. ये कर्जा लो और घी पियो की नीति पर चल रहे हैं.

2)इनेलो नेता अभय चौटाला भी कह रहे हैं कि पिछले साल के मुकाबले इस बार कई विभागों में बजट में कटौती हुई है, आप क्या कहेंगे ?

जवाब - बिलकुल इस बार कमी हुई है. जैसे कि नई शिक्षा नीति के मुताबिक बजट जीएसडीपी का 6 फीसदी होना चाहिए, वो 2 फीसदी भी नहीं है. साथ ही पिछली बार से भी कुछ प्वाइंट काम हुआ है. इसी तरह स्वास्थ्य में भी कटौती हुई है, जो कि 8 फीसदी होनी चाहिए, वो भी नहीं है. पब्लिक हेल्थ में भी कमी हुई है. कई महकमों में कमी की गई है.

3)आप हमेशा कर्ज को लेकर सरकार को घेरते रहते हैं, सरकार ने जो कागजों में दिखाया है और वास्तविक जो है उस पर क्या कहेंगे?

जवाब -ये आंकड़ों का खेल खेलना चाहते हैं, ये सिर्फ इंटरनल डेब्ट दिखाते हैं. लेकिन उसके अलावा जो स्मॉल सेविंग्स का 44,000 करोड़ है, जो पीएसई का है 43000 करोड़ उसका है. अनपेड इलेक्ट्रिसिटी बिल का 46,000 करोड़ है. वो जोड़ेंगे तो 4 लाख 51 हजार करोड़ का कर्ज बनता है, जबकि आरबीआई के नॉर्म्स के मुताबिक उसे जोड़ना चाहिए. लेकिन ये उसको फॉलो नहीं कर रहे हैं.

4)आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन हरियाणा में हुआ है. एक सीट AAP को दी गई है, इस पर आप की क्या प्रतिक्रिया है ?

जवाब -गठबंधन मजबूत है और हम मजबूती के साथ लड़ेंगे. कोई भी गठबंधन एक दूसरे की बात सुनकर और समझकर होते हैं. दोनों का फायदा हो तभी गठबंधन हुआ करते हैं और देश का फायदा हो.

5)कांग्रेस कहती रही है कि वो सभी सीटों पर अकेले लड़ने में सक्षम है और अब एक सीट AAP को दे दी गई है. क्या आप प्रचार में एक साथ उतरेंगे?

जवाब -जरूर करेंगे. कुरुक्षेत्र सीट उनको दी गई है तो प्रचार के लिए वहां भी जाएंगे.


6)किसानों का आंदोलन चला हुआ है, आप इन हालतों को कैसे देखते हैं?

जवाब -ये गंभीर हालात हैं, 29 तक उन्होंने दिल्ली कूच का फैसला टाला है. उनसे तुरंत बातचीत शुरू करके बातचीत के जरिए समाधान निकालना चाहिए. साथ ही किसानों को भी शांति बनाए रखनी चाहिए ताकि इसका शांतिपूर्वक समाधान हो जाए. केंद्र सरकार को तुरंत आगे आना चाहिए. किसानों की मांगें जायज है.

7)क्या आप मानते हैं बीजेपी पर आने वाले चुनावों में इसका असर पड़ेगा?

जवाब -मैं चुनाव के हिसाब से इस पर बात नहीं करता. लेकिन जो किसान वहां बैठे हैं, उनकी मांगों के समाधान की बात करता हूं, चुनाव की तो अलग बात है.

ये भी पढ़ें :हरियाणा में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन, राजनीतिक प्रेक्षकों से जानें चुनाव में कितना पड़ेगा असर

ABOUT THE AUTHOR

...view details