भोपाल। लोकसभा चुनाव के पहले छिंदवाड़ा नगर निगम के महापौर विक्रम अहाके ने कमलनाथ का साथ छोड़ दिया है. लोकसभा चुनाव के पहले पार्टी बदलने के सवाल पर वे कहते हैं कि सही समय पर, सही जगह जाया जाए तो ही अच्छा होता है. छिंदवाड़ा की 2 लाख लोगों की जिम्मेदारी मेरे ऊपर है, उनकी अपेक्षाएं पूरी करना है. प्रधानमंत्री और सीएम के साथ कंधे से कंधा मिलकार ही विकास की गति को आगे बढ़ाया जा सकता है. छिंदवाड़ा लोकसभा सीट को लेकर वे कहते हैं कि इस बार छिंदवाड़ा में तस्वीर बदली दिखाई देगी.
कमलनाथ का मेरे ऊपर बहुत अहसान
छिंदवाड़ा नगर निगम महापौर विक्रम अहाके प्रदेश के सबसे कम उम्र के महापौर हैं. उनकी उम्र सिर्फ 34 साल है. गरीब आदिवासी परिवार से आते हैं. उनके पिता पेशे से किसान हैं. मां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं. उन्होंने लंबे समय तक सांसद प्रतिनिधि के तौर पर काम किया. जिला कांग्रेस कमेटी में प्रवक्ता भी रहे. बताया जाता है कि कमलनाथ की सिफारिश पर उन्हें नगर निगम महापौर का टिकट दिया गया. चुनाव में उन्होंने नगर निगम चुनाव में बीजेपी के अनंत धुर्वे को 3786 वोटों से हराया था. हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले कमलनाथ का साथ छोड़ने के सवाल पर वे कहते हैं कि 'कमलनाथ वरिष्ठ नेता हैं. मेरे प्रति उनका बहुत अहसान है, लेकिन मैं व्यक्ति विशेष नहीं हूं. मेरे ऊपर छिंदवाड़ा के 2 लाख लोगों की जिम्मेदारी है, उनकी अपेक्षाएं पूरी करना मेरी जिम्मेदारी है. प्रधानमंत्री और सीएम के साथ कंधा मिलाकर चलने से ही विकास की गति को बढ़ाया जा सकता है.'
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