भोपाल।विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री मोहन यादव के जवाब पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने भाषण में पीएम मोदी की जमकर तारीफ की. विपक्ष ने इस पर चुटकी ली, इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष में लगातार नोका झोंकी होती रही. लेकिन जब मुख्यमंत्री ने कहा कि ''कांग्रेस ने बलिदान पुरुषों को इतिहास में सही नहीं दिखाया.'', इस पर हंगामा शुरू हो गया और हंगामा तब और बढ़ गया जब कैलाश विजयवर्गीय इसमें कूद पड़े.
टंट्या मामा के मुद्दे पर पक्ष विपक्ष में टकराव
मुख्यमंत्री के भाषण के बीच में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ''मैं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने कांग्रेस की सच्चाई को उजागर किया.'' विजयवर्गीय ने आगे जोड़ते हुए कहा कि ''कांग्रेस ने गुरु गोविंद सिंह, टंट्या मामा और और छत्रपति शिवाजी को लूटेरा कहा था.'' विजयवर्गीय के इस बयान पर विपक्ष ने आपत्ति उठाते हुए बयान वापस लेने की मांग की. कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से कैलाश विजयवर्गीय के शब्दों को विलोपित करने की मांग की.
विपक्ष का सदन से वॉक आउट
विपक्ष के हंगामा के बीच मुख्यमंत्री ने अपना अभिभाषण जारी रखा, लेकिन अध्यक्ष ने विपक्ष की मांग को यह कहकर ठुकरा दिया की सत्ता पक्ष ने एनसीईआरटी किताबों का हवाला दिया है और मैं उन किताबों को देखूँगा. अभी फिलहाल मुख्यमंत्री का जवाब सुनते रहिए. विपक्ष ने अपनी मांग पूरी नहीं होने से सदन से बहिर्गमन कर दिया. कांग्रेस नेता ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि ''बीजेपी देश को ग़ुमराह कर रही है बीजेपी के इतिहास पर कांग्रेस चलेगी क्या?''
बीजेपी पर तानाशाही का आरोप
कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर रामनिवास रावत ने कहा कि ''किस इतिहास में लिखा है कि कांग्रेस ने टंट्या मामा को लुटेरा कहा है.'' अध्यक्ष बोले आप लोग बैठिए मैं तथ्यों को दिखवाऊंगा. बाबा साहब को लेकर भी टिप्पणी हुई. विपक्ष ने सीएम के अभिभाषण पर जवाब का विरोध करते हुए वॉक आउट किया. सदन से कांग्रेस ने वॉक आउट किया और बीजेपी पर इतिहास को गलत ढंग से पेश करने के आरोप लगाए. सारे कांग्रेसियों से सदन से बाहर आकर बीजेपी पर तानाशाही का आरोप लगाया.