भोपाल: राजधानी में गैस पीड़ितों के इलाज के लिए काम कर रही 'यूनियन कार्बाइड जहर पीड़ित इलाज अधिकार मोर्चा' के सदस्य एक जनवरी से प्रदर्शन शुरू करने जा रहे हैं. धन की कमी के कारण बंद होने वाली सम्भावना ट्रस्ट क्लीनिक को खुला रखने के लिए यह प्रदर्शन होने जा रहा है. लाभार्थियों और क्लीनिक के कर्मचारियों द्वारा एक शांतिपूर्ण अभियान शुरू करने की घोषणा की गई है.
बता दें कि एफसीआरए (फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट) के तहत पंजीकरण के लिए सम्भावना ट्रस्ट के आवेदन के जल्द समाधान की मांग की जा रही है. इलाज अधिकार मोर्चा 1 जनवरी 2025 से क्लीनिक के परिसर में अनिश्चितकालीन धरना देगा. सम्भावना ट्रस्ट क्लीनिक पिछले 28 वर्षों से यूनियन कार्बाइड हादसे के पीड़ितों को मुफ्त और विशेष इलाज दे रही है.
40 देशों के दान से चलता है सम्भावना क्लीनिक
राजधानी भोपाल में हुई गैस त्रासदी से पीड़ित लोगों के लिए काम कर रही इलाज अधिकार मोर्चा ने 16 दिसम्बर 2024 को गृह मंत्री को पत्र लिखा है. क्लीनिक में इलाज लेने वाले गैस पीड़ित नाथूराम सोनी ने बताया कि "सम्भावना क्लीनिक 40 से अधिक देशों के हजारों आम व्यक्तियों के छोटे-छोटे दान से चलता है. वर्तमान में ये दान क्लीनिक तक नहीं पहुंच पा रहा है क्योंकि गृह मंत्रालय एफसीआरए के तहत पंजीकरण देने में बहुत ज्यादा समय ले रहा है. हमने गृह मंत्री को ध्यान दिलाया है कि सम्भावना ट्रस्ट का एफसीआरए के तहत पंजीकरण का आवेदन फरवरी 2023 की शुरुआत से अब तक लंबित है."