जबलपुर: मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए होने वाली नीट परीक्षा 2025 में कई परिवर्तन किए गए हैं. दरअसल 2024 में नीट परीक्षा के पेपर लीक होने की बात कही गई थी, इसकी जांच करने वाली 7 सदस्य टीम ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी जांच रिपोर्ट पेश की है. जिसमें उन्होंने 2024 की परीक्षा को क्लीन चिट दे दी है और 2025 के लिए पेपर लीक न हो इसके लिए कई सुझाव दिए गए हैं.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी
नीट की 2024 की परीक्षा में जो गड़बड़ियां हुई थीं, उसकी जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई थी. इस कमेटी में इसरो के पूर्व प्रमुख के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में 7 सदस्यों की एक कमेटी बनाई थी. इस कमेटी में रणदीप गुलेरिया, बी.जे. राव, राममूर्ति के, पंकज बंसल, गोविंद जायसवाल और आदित्य मित्तल शामिल रहे.
गड़बड़ी के नहीं मिले सबूत
इस समिति ने 2024 की परीक्षा की गड़बड़ियों की जांच की और अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के माध्यम से जस्टिस पीवी नरसिम्हा और मनोज मिश्रा की कोर्ट में पेश की. इस समिति ने 2024 की नीट परीक्षा पर उठे सवालों की जांच की और कमेटी में अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि 2024 की नीट परीक्षा में गड़बड़ी के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं.
हाइब्रिड मोड में हो सकता है एग्जाम
कमेटी ने 2025 में नीट परीक्षा के लिए हाइब्रिड मोड पर परीक्षा लेने की सिफारिश की है. इसके तहत परीक्षा के ठीक 10 मिनट पहले ही पेपर रिलीज किया जाएगा. हालांकि पेपर ऑफलाइन तरीके से होगा, लेकिन पेपर को एक सेंटर से दूसरे सेंटर नहीं भेजा जाएगा. बल्कि 10 मिनट पहले पेपर सर्वर पर अपलोड किया जाएगा और 10 मिनट बाद ही परीक्षा शुरू हो जाएगी. ऐसे में पेपर लीक होने की संभावना बहुत हद तक घट जाएगी.
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200 की बजाय 180 नंबर का होगा पेपर
नीट 2025 में पेपर 200 की बजाय 180 नंबर का होगा. पहले यह पेपर 200 नंबर का होता था. इसके साथ ही इसमें कोई ऑप्शनल क्वेश्चन नहीं आएगा. उम्मीदवार को पूरे प्रश्न अटेम्प्ट करने होंगे. माइनस मार्किंग पहले के नियम अनुसार ही की जाएगी. इस परीक्षा की तैयारी करवाने वाले लोगों का कहना है कि नए नियम में कट ऑफ नंबर भी नीचे आ जाएंगे जो इस साल काफी अधिक रहे.
फिलहाल नीट परीक्षा की तारीख 4 मई है. परीक्षा में अधिकतम आयु सीमा की कोई लिमिट नहीं है. इसके साथ ही अभी यह तय नहीं है कि परीक्षा में कितनी बार एक परीक्षार्थी बैठ सकता है. हालांकि 12वीं पास विज्ञान विषय का कोई भी छात्र नीट परीक्षा दे सकता है.
मध्य प्रदेश में बढ़ सकती हैं नीट की सीटें
नीट 2024 में मध्य प्रदेश में 39 मेडिकल कॉलेज में छात्र-छात्राओं को एमबीबीएस प्रथम वर्ष में एडमिशन मिला था. इनमें एमबीबीएस की 4180 और बीडीएस (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) की 1090 सीटों पर छात्र-छात्राओं को डॉक्टर बनने का मौका मिला. 2025 में कुछ और नए मेडिकल कॉलेजों को मान्यता मिली है. इसलिए इस साल नीट की सीटों की संख्या बढ़ाने की संभावना भी है.