भोपाल : 2 अक्टूबर से पर्यटक अपने परिजनों और दोस्तों के साथ मध्यप्रदेश के टाइगर रिजर्व में बाघों का दीदार कर सकेंगे. मॉनसून की वजह से तीन महीने तक देश के प्रमुख टाइगर रिजर्व व नेशनल पार्क की कोर जोन सफारी बंद कर दी जाती है. वहीं मॉनसून खत्म होते ही इसे फिर शुरू कर दिया जाता है. उधर मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में भी जल्द ही चीता सफारी शुरू करन की तैयारी की जा रही है.
देश में सबसे ज्यादा टाइगर्स एमपी में
वाइल्ड लाइफ पीसीसीएफ अतुल श्रीवास्तव के मुताबिक, '' मध्यप्रदेश में देश का सबसे बड़ा वन क्षेत्र मौजूद है. मध्यप्रदेश के 7 टाइगर रिजर्व्स में देश के सबसे ज्यादा 785 टाइगर मौजूद हैं. प्रदेश में बाघों की संख्या 526 से बढ़कर 785 से ज्यादा हो गई है. बांधवगढ़ में 165, कान्हा टाइगर रिजर्व में 129, पेंच टाइगर रिजर्व में 123, पन्ना टाइगर रिजर्व में 64, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में 62 और संजय डुबरी नेशनल पार्क में 20 से ज्यादा टाइगर्स मौजूद हैं. मध्यप्रदेश में टाइगर रिजर्व के अलावा दो दर्जन से ज्यादा सेंचुरी भी मौजूद हैं. यही वजह है कि यहां बाघों का दीदार आसानी से हो जाता है.''
लगातार बढ़ रही पर्यटकों की संख्या
वाइल्ड प्रमुख कहते हैं कि मध्यप्रदेश में 2022-23 में 26 लाख 49 हजार से ज्यादा पर्यटकों ने जंगल में घूमते बाघों का दीदार किया था. जबकि इसके पहले साल 2021-22 में पर्यटकों की संख्या 23.90 लाख थी. सबसे ज्यादा टाइगर वाला बांधवगढ़ पर्यटकों की भी पहली पसंद रहा है. यहां सबसे ज्यादा पर्यटक पहुंचते हैं. इसके अलावा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भी पर्यटकों की पसंद बना हुआ है. जल्द ही रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.