भोपाल : मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की धार को तेज करने के लिए बुलाई गई नई कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी नेताओं के लिए रेड कार्पेट बिछाया गया, दो दिनी कार्यकारिणी की बैठक में पहले दिन पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक की गई, लेकिन बैठक में हिस्सा लेने पार्टी के कई बड़े नेता कांग्रेस प्रदेश कार्यालय नहीं पहुंचे. कमलनाथ और दिग्विजय सिंह दिल्ली में हैं. उनके अलावा कार्यकारिणी को लेकर नाराजगी जता चुके अजय सिंह भी बैठक में नहीं पहुंचे. हालांकि, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी के मुताबिक कुछ नेता वीडियो कॉफ्रेंस से बैठक में जुड़ेंगे.
कैसे धारदार होगी कांग्रेस?
प्रदेश में कांग्रेस को जमीनी स्तर तक मजबूत करने और कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की रणनीति बनाने के लिए बुलाई गई कार्यकारिणी बैठक में कई बड़े नेता शामिल नहीं हुए. बैठक के पहले दिन राजनीतिक मामलों की बैठक हुई. समिति में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, अजय सिंह भी शामिल हैं, लेकिन वे बैठक में हिस्सा लेने पार्टी कार्यालय नहीं पहुंचे. बड़े नेताओं के शामिल न होने से एक बार पार्टी में अंदरूनी गुटबाजी को लेकर सवाल खड़े हुए हैं.
कार्यकारिणी को लेकर उठ चुके सवाल
प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह पहले ही खुलकर सवाल खड़े कर चुके हैं. पिछले दिनों उन्होंने आरोप लगाया था, '' जिनके कारण पार्टी की दुर्दशा हुई, उनके इशारों पर कार्यकारिणी बनी, इस पार्टी का भगवान ही मालिक है. हालांकि, प्रदेश प्रभारी भंवर जितेन्द्र सिंह ने कहा कि शादी विवाह समारोह के चलते कई नेता बैठक में शामिल नहीं हुए, वह बैठक में वीडियो कॉफ्रेंस से जुड़ेंगे.''
बीजेपी ने साधा निशाना
उधर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने कांग्रेस की बैठक को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, '' मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी जितेन्द्र भंवर सिंह के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने खुलकर विद्रोह किया है. पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक के पहले कमलनाथ, दिग्विजय सिंह अचानक दिल्ली रवाना हो गए. जबकि कमलनाथ ने भोपाल और छिंदवाड़ा में रहकर चार दिन तक जन्मदिन मनाया. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को अचानक बुखार आ गया. पार्टी के सीनियर नेता अरुण यादव भोपाल में हैं, लेकिन उन्हें शादी में जाना है. अजय सिंह क्षेत्र में हैं. नकुलनाथ पहली सूची में नाम न होने से नाराज हैं और आज की बैठक से गायब हैं. पार्टी ने रेड कार्पेट बिछाया, लेकिन नेता ही नहीं आए.''