भोपाल: एम्स अस्पताल के डाक्टरों ने एक बार फिर पेनक्रियाज कैंसर से जूझ रहे एक मरीज की जान बचाने में सफलता पाई है. दरअसल, मरीज अस्पताल में पेट दर्द और पीलिया (ज्वाइंडिस) की बीमारी का इलाज कराने भोपाल आया था. जब उसने एम्स अस्पताल के डाक्टरों को दिखाया, तो उन्होंने इससे संबंधित जांच कराई. इसमें पता चला कि मरीज के अग्नाशय में कैंसर है. इसी वजह से उसे बार-बार पीलिया और पेट में दर्द होता था. बीमारी का पता लगने के बाद मरीज का एम्स अस्पताल में सफल इलाज किया गया.
निजी अस्पतालों में इलाज के बाद भी नहीं हुआ सुधार
एम्स में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी डिपार्टमेंट के डाक्टरों ने बताया कि '55 वर्षीय मरीज बीते 6 महीने से पेट के उपरी हिस्से में दर्द और पीलिया की समस्या से जूझ रहा था. एम्स आने से पहले उसने प्रदेश के कुछ बड़े प्राइवेट अस्पतालों में भी इलाज कराया, लेकिन वहां से उसे आराम नहीं मिला. जबकि पेट दर्द समेत अन्य समस्याएं बढ़ती जा रही थी. जिसके बाद मरीज एम्स भोपाल के मेडिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी ओपीडी में आया. जहां परीक्षण के बाद पता चला कि उसे अग्नाशय का कैंसर है. इसके बाद मरीज की तकलीफ कम करने और पित्त की नली के रुकावट को दूर करने के लिए स्टेंटिंग प्रक्रिया की गई और उसे आगे के इलाज के लिए सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग में भेजा गया.
एम्स में 8 घंटे तक चली सर्जरी
सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग में जांच के बाद डॉ. नीलेश श्रीवास्तव की टीम ने मरीज के अग्नाशय से ट्यूमर को निकाला. डॉ. नीलेश श्रीवास्तवने बताया कि 'व्यापक परीक्षणों के बाद पुष्टि हुई कि मरीज के ट्यूमर को शल्य चिकित्सा द्वारा हटाया जा सकता है. ऐसे में हमारी टीम ने व्हिपल प्रक्रिया की तैयारी की. जिससे मरीज के स्वस्थ होने की संभावनाएं बढ़ सके. 8 घंटे तक चली यह सर्जरी सर्जिकल और एनेस्थीसिया टीमों के संयुक्त प्रयासों से सफलतापूर्वक पूरी हुई. मरीज को ऑपरेशन के बाद सर्जिकल आईसीयू में उत्कृष्ट देखभाल की गई. जिससे उसकी रिकवरी भी जल्दी हो गई.'