भरतपुर. हनीट्रैप मामले में भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने कुम्हेर एसएचओ महेंद्र राठी के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उसे निलंबित कर दिया है. निलंबन की कार्रवाई के बाद एसएचओ महेंद्र राठी का मुख्यालय करौली किया गया है. पुलिस ने हनीट्रैप मामले में अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. एसएचओ समेत कई कांस्टेबल को शिकार बनाने के लिए दो सगी बहनों ने जाल बिछाया था और करीब एक करोड़ से अधिक की राशि हड़प ली थी.
अलवर जिले की अरावली विहार थाना पुलिस डीग जिले के कुम्हेर थाने के थानाधिकारी और जयपुर जिले के जोबनेर थाने के कांस्टेबल को हनी ट्रैप में फंसाकर एक करोड़ से अधिक रुपए हड़पने के मामले की जांच कर रही है. मामले में भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने कुम्हेर एसएचओ के संबंध में अलवर पुलिस से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी थी. इसके बाद राठी की संदिग्ध भूमिका पर उसे सोमवार को निलंबित कर दिया गया.
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कुम्हेर थाना प्रभारी राठी के हनी ट्रैप में फंसने के बाद डीग पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय की ओर से पुलिस महानिरीक्षक राहुल प्रकाश को फेक्चुअल रिपोर्ट भेजी गई थी. रुपए ऐंठने के मामले में शनिवार को अलवर पुलिस ने उद्योग नगर थाने पहुंचकर कुछ पुलिसकर्मियों के बयान भी दर्ज किए थे. इसकी वजह यह थी कि राठी पहले उद्योग नगर थाने के प्रभारी रह चुके थे.
कई लोगों बने हनीट्रेप का शिकार : वहीं, इस मामले में गिरफ्तार आरोपी महिला अपनी सगी बहन और भाइयों के साथ मिलकर गिरोह संचालित कर रही थी. इसी मामले में कुम्हेर एसएचओ को हनी ट्रैप में फंसाकर रुपए ऐंठने वाली युवती ने खुद के अलावा अपनी सगी बहन की ओर से भी बलात्कार का एक मामला दर्ज कराकर लाखों रुपए ऐंठे थे. डीग जिला निवासी सगी बहनों ने मीठी बातों में उलझाकर भरतपुर, अलवर एवं जयपुर में कई लोगों को हनीट्रैप का शिकार बना कर करोड़ों रुपए की राशि हड़पी है.