इंदौर:भारतीय राजनीति के सबसे लोकप्रिय चेहरे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर देश में भांति-भांति के कार्यक्रम हो रहे हैं. अटलजी के जन्मदिन 25 दिसंबर को भाजपा हर साल सेवा दिवस के रूप में मनाती है. वहीं इंदौर में रहने वाली अटल जी की भतीजी माला वाजपेयी तिवारी ने पूर्व प्रधानमंत्री के जीवन पर आधारित एक किताब लिखी है. इस किताब में अटली जी के जीवन से जुड़ी वो यादें हैं, जिन्हें हरेक इंसान नहीं जानता.
अटल बिहारी वाजपेयी कैसे मनाते थे अपना जन्मदिन? जानिए-जीवन के अनछुए पहलू - ATAL BIHARI BIRTH ANNIVERSARY
25 दिसंबर देशवासियों के लिए खास दिन है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को लोग सेवा दिवस के रूप में मना रहे हैं.
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : 22 hours ago
पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी माला वाजपेयी ने उनके जन्मदिन को लेकर कई तरह की तैयारी की है. उन्होंने अटल जी के जीवन से संबंधित कई किस्से अपनी किताब में लिखे हैं. माला वाजपेयी तिवारीके मुताबिक "अटल बिहारी वाजपेयी देश के किसी भी कोने में रहें लेकिन वह अपने पैतृक गांव गांव ग्वालियर जन्मदिन के मौके पर अवश्य पहुंचते थे. जब अटल बिहारी वाजपेयी काफी ज्यादा व्यस्त हो गए तो उन्होंने पूरे परिवार के सदस्यों को दिल्ली बुलाया और बर्थडे पार्टी सेलिब्रेट की."
- यादगार थे वो पल जब आखिरी बार अटल जी आए थे पैतृक घर, नम हुए बिना नहीं रह सकीं आंखें
- अटल जयंती पर विशेष: यहां करते थे वाजपेयी जी मित्रों के साथ पहलवानी, पढ़िए पूरी कहानी
अटल जी के परिजनों के पास यादगार सिक्के
अटल जी ने जन्मदिन की पार्टी में सभी परिजनों को चांदी के सिक्के दिए. जिस पर खुद अटल बिहारी वाजपेयी का चित्र बना हुआ था और यह चित्र आज तक अटल बिहारी वाजपेयी के परिजनों के पास एक धरोहर के रूप में संरक्षित है. वहीं परिजन भी उस चांदी के सिक्कों को काफी सहज कर रखते हैं. बता दे इंदौर में रहने वाली माला वाजपेयी तिवारी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भाई की सबसे छोटी बेटी हैं. अटल बिहारी वाजपेयी अपनी भतीजी माला वाजपेयी तिवारी को बेटी की तरह स्नेह करते थे. इस कारण अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी ने भी अपने चाचा की स्मृतियों को सहेज कर रखा हुआ. अटल बिहारी वाजपेयी के परिजनों में आज भी उनके जन्मदिन को लेकर वैसा ही क्रेज है.