शराब दुकान खोलने की ऐसी दलील जो आपने कभी नहीं सुनी होगी - open liquor shop in Bastar - OPEN LIQUOR SHOP IN BASTAR
शराब बंदी की मांग तो आपने कई बार सुनी होगी. पर क्या आपने कभी शराब दुकान खोले जाने की मांग करते किसी को सुना है. ऐसा बस्तर में हुआ है. बस्तर के रहने वाले युवा शख्स ने सरकार से बस्तर में शराब की दुकान खोलने की मांग की है. दलील है कि बस्तर में शराब दुकान नहीं होने से लोगों को दारू के लिए काफी भटकना पड़ता है. शराब दुकान खुलवाने के लिए अनंत नाम का शख्स अब नेताओं के घरों का दरवाजा भी खटखटा रहा है.
शराब दुकान खोलने के लिए बीजेपी नेता से मुलाकत (ETV Bharat)
बस्तर:शराब से सरकार को अच्छा खासा राजस्व मिलता है. राजस्व का बड़ा स्रोत शराब की बिक्री से आने के चलते कोई भी सरकार इस कारोबार पर ताला नहीं लगाना चाहती है. 2018 के विधानसभा चुनाव में शराब बंदी कांग्रेस का बड़ा मुद्दा रही. कांग्रेस ने वादा किया था कि सरकार में आने के बाद वो शराब बंदी पर विचार करेगी. सरकार आई और शराबबंदी पर फैसला नहीं लिया गया. 2023 के चुनाव में बीजेपी ने जोर शोर से इस मुद्दे को उठाया और शराब बंदी पर कांग्रेस के झूठ को जनता के बीच ले गई. कुल मिलाकर शराब को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत कई सालों से गर्म रही है.
शराब दुकान खोलने के लिए बीजेपी नेता से मुलाकत (ETV Bharat)
शराब दुकान के लिए खटखटाया नेताजी का दरवाजा:बस्तर के रहने वाले अनंत विश्वकर्मा अब बस्तर में शराब दुकान खोलने के लिए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव से मिले हैं. बस्तर नगर पंचायत के एकटागुड़ा के रहने वाले अनंत का कहना है कि शराब के लिए बस्तर के लोगों को काफी भटकना पड़ता है. कई बार तो लोगों को शराब के लिए कोंडांगांव और दूसरे जिलों का भी रुख करना पड़ता है. अनंत का कहना है कि अगर यहां पर शराब दुकान खुल जाए तो लोगों की परेशानी दूर हो जाएगी और सरकार को भी राजस्व मिलेगा.
हमारे बस्तर में दूर दूर में शराब की भट्ठी है. शादी विवाह के मौके पर सभी लोगों को शराब की जरुरत पड़ती है. ऐसे में शराब के लिए लोगों को काफी दूर तक जाना पड़ता है. मैं बस्तर में शराब दुकान खुलवाने के लिए किरण सिंह देव से मिला हूं. उनसे मांग की है कि वो इस इलाके में शराब भट्टी खुले. अगर सरकार हमें लाइसेंस दे तो हम बस्तर में शराब दुकान खोलना चाहते हैं. शराब दुकान खुलने से सरकार को भी भारी राजस्व की प्राप्ति होगी. शराब दुकान खोले जाने की मांग मेरे कई युवा साथी भी कर रहे हैं. - अनंत विश्वकर्मा, निवासी, जगदलपुर
अनंत की दलील: अनंत का कहना है कि बस्तर नगर पंचायत नेशनल हाइवे 30 के पास बसा है. लोगों को हमेशा यहां शराब की दरकार होती है. ऐसे में लोग 20 किलोमीटर दूर जगदलपुर जाकर शराब खरीदने के मजबूर होते हैं. कुछ लोग कोंडगांव लेने के लिए भी जाते हैं. ऐसे में लोगों को काफी लंबा सफर तय करना पड़ता है. जन प्रतिनिधियों से मेरी मांग है कि वो यहां पर शराब दुकान का लाइसेंस दे दें. अगर मुझे अनुमति मिलती है तो मैं अपने युवा दोस्तों के साथ इसे शुरु करना चाहता हूं. अनंत विश्वकर्मा की किरण सिंह देव से हुई मुलाकत पर खुद किरण सिंह देव का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
वैधानिक चेतावनी: शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है. हम इस खबर के जरिए शराब पीने और बेचने को प्रमोट नहीं कर रहे हैं बल्कि सिर्फ इसे एक खबर के तौर पर आपके सामने रख रहे हैं.