भोपाल: चुनाव गुजर चुके हैं, फिर क्या वजह है कि लंबी चुप्पी के बाद अचानक मध्य प्रदेश के दो कथावाचक पंडित धीरेन्द्र शास्त्री और पंडित प्रदीप मिश्रा सक्रिय हुए हैं. इनकी सक्रियता और सन्नाटे के बाद सनातन पर इनका शंखनाद सवाल खड़े कर रहा है कि इस सक्रियता की वजह क्या है. जिस तरह से मोहन यादव सरकार जन्माष्टमी से लेकर दशहरे के त्योहार को सरकारी आयोजन बना चुकी है. क्या कथावाचकों को अब सनातन के लिए मुफीद माहौल दिखाई दे रहा है. बाबा बागेश्वर धाम के मुताबिक उनकी ये यात्रा सनातन के जागरण के लिए है. धीरेन्द्र शास्त्री की ये यात्रा 21 नवम्बर से शुरु होने जा रही है.
एमपी मे फिर क्यों उठी कथावाचकों की हिंदू हुंकार
इसमें दो राय नहीं कि दो साल पहले तक एमपी में पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री और पंडित प्रदीप मिश्रा सियासत की हवा का रुख मोड़ देने का उपाय भी कर दिया करते थे. नेताओं की कतारों के साथ सांसद-विधायकों के यहां कथावाचकों के दरबार लगा करते थे, लेकिन अचानक से कथावाचक सीन से गायब भी हुए. लोकप्रियता में भी कमी आई, लेकिन क्या वजह है कि अब एक बार फिर एमपी के ये कथावाचक एमपी की धरा से हिंदू राष्ट्र की हुंकार भर रहे हैं. पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की बागेश्वर धाम से निकलने जा रही यात्रा जो 21 नवम्बर से शुरु हो रही है.
बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री (ETV Bharat) 160 किलोमीटर लंबी इस यात्रा का मकसद सनातन का जागरण है. ओरछा में राम राजा दरबार में जाकर इस यात्रा का समापन होगा. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्रीने यात्रा के लक्ष्य को स्पष्ट करते हुए मीडिया के सामने कहा कि 'हमारी यात्रा का उद्देश्य कट्टर हिंदू बनाने का है. उन्होंने कहा कि भारत में जितने लोग रहते हैं, सब हिंदू हैं, जितने मुसलमान हैं, वो भी कन्वर्ट हिंदू हैं. जों इसाई हैं वो भी कनवर्ट हिंदू इसाई हैं, लेकिन हम कट्टर हिंदू बनाने के लिए पदयात्रा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम सनातन के पक्ष में हमेशा हिंदूओं की बात रखेंगे.'
कथावाचक प्रदीप मिश्रा (ETV Bharat) प्रदीप मिश्रा फिर क्यों बनने की कोशिश में हिंदू ह्रदय सम्राट
उधर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जिनके बयान कई बार विवादों में रहे हैं. वे भी एक छोटे ब्रेक के बाद फिर एक बार एक्टिव मोड में आ चुके हैं. खुद को हिंदू ह्रदय सम्राट बनाने और जताने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे. प्रदीप मिश्रा ने इसी तरह के एक बयान में कहा कि 'हम पूछेंगे कि सनातनी के घर में कितनी तलवार और डंडे हैं. फरसे डंडे और बरछी हैं, तो मालूम चलेगा एक भी मुश्किल से निकलेगी वो भी जंग लगी होगी.' यूं प्रदीप मिश्रा इस तरह के विवादित बयान पहले भी देते रहे हैं.