भागलपुर: बिहार के भागलपुर में एक नाबालिग लड़की के साथ कई सालों से हो रहे सेक्सुअल एसॉल्ट की सूचना मिलने के बाद बचपन बचाओ एनजीओ की टीम पटना से भागलपुर पहुंची थी. जहां टीम ने जिले के तातारपुर थाना क्षेत्र के जब्बारचक मस्जिद मैदान के समीप निवासी डॉक्टर मोहम्मद परवेज अख्तर के घर से एक लड़की को बुधवार को मुक्त कराया. इस दौरान डॉक्टर के परिजनों ने पुलिस को ही बंधक बना लिया था. हालांकि बाद में अतिरिक्त बल पहुंचने पर पुलिस को छोड़ा गया.
डॉक्टर के घर पहुंची पुलिस: मिली जानकारी के अनुसार, नाबालिग लड़की उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ की रहने वाली है. उसे पिछले कई सालों से डॉक्टर अपने घर में रखा हुआ था. नाबालिग को डॉक्टर के घर से मुक्त करने के दौरान पुलिस और एनजीओ की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी.
पत्रकारों के साथ भी बदसुलूकी:इसके साथ ही, कवरेज करने के दौरान डॉक्टर के परिजनों ने पत्रकारों के साथ भी बदसुलूकी की. हालांकि बाद में नाबालिग लड़की को मुक्त कर लिया गया. लेकिन इस बीच एक वक्त ऐसा भी आया जब परिजनों ने ही पुलिस को बंधक बना लिया था. वहीं, पुलिस ने इस बात को लेकर बाद में इनकार कर दिया.
"पुलिस को बंधक बनाने वाली सूचना अभी हमारे पास नहीं आई है. हालांकि पटना से भागलपुर पहुंची बचपन बचाओ NGO टीम के सहयोग से ततारपुर के जब्बार चक्र के पास डॉक्टर के घर से एक लड़की को मुक्त कराया गया है. लड़की अभी नाबालिग है. वह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ की रहने वाली है. मुक्त लड़की को बचपन बचाओ NGO को सौंपा दिया गया है." - राज, एसपी सिटी
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