आपका हेल्थ कार्ड बना, शुरु हो चुका है आयुष्मान पखवाड़ा, डोर-टू-डोर सर्वे की तैयारी - Ayushman Pakhwada - AYUSHMAN PAKHWADA
छत्तीसगढ़ में आयुष्मान पखवाड़ा 20 सितंबर से 30 सितंबर तक चलाया जा रहा है. इस बीच लोगों के घर-घर पहुंचकर संबंधित अधिकारी कर्मचारी जानकारी कलेक्टर कर लोगों का सर्वे कर रहे हैं.
रायपुर:प्रदेश में आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की मुहैया कराने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से कई योजनाएं लागू की गई है. इसमें आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना और मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजनाएं शामिल है. इन योजनाओं के लाभ को लेकर लगातार आम लोग आयुष्मान कार्ड भी बना रहे हैं. इस बीच केन्द्र सरकार की ओर से आयुष्मान पखवाड़ा 20 सितंबर से 30 सितंबर तक चलाया जा रहा है. इस दौरान लोगों के घर तक पहुंचकर आयुष्मान कार्ड बनाने के साथ ही कार्डधारक से जुड़ी जानकारियों को भी संग्रहित किया जाएगा.
डोर-टू-डोर होगा सर्वे:छत्तीसगढ़ में भी आयुष्मान पखवाड़ा चला जा रहा है. बलौदाबाजार जिले में कलेक्टर के निर्देश पर डोर-टू-डोर सर्वे कर जानकारी ली जा रही है. बलौदाबाजार कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर घर-घर जा कर कार्ड बनाए जाने का अभियान चलाया गया था. छूटे हुए हितग्राहियों का सर्वे भी किया गया. अब एक बार फिर जिले में 30 सितंबर तक छूटे हुए परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाए जाने को लेकर आयुष्मान पखवाड़ा शुरू किया गया है. कलेक्टर दीपक सोनी ने संबंधित अधिकारियों को कहा है कि छूटे हुए परिवारों का शत- प्रतिशत आयुष्मान कार्ड न केवल बनाएं जाए, बल्कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बने हुए कार्ड संबंधित हितग्राहियों को समय पर मिले.
घर-घर जाकर बनाया जाएगा कार्ड:इस बारे में मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार अवस्थी ने बताया कि इसके लिए मितानिन, एम टी, स्वास्थ्य कर्मी जुटे हुए हैं. घर-घर जा कर कार्ड बनाया जा रहा है. इस कार्य में पंचायत के जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जा रहा है. योजना के लाभ और उसकी आवश्यकता का भी प्रचार-प्रसार मितानिन और स्वास्थ्य कार्यकर्ता कर रहे हैं. इसके लिए गांव-गांव में दीवार लेखन और मुनादी भी कराया जा रहा है. यह कार्ड जिले के समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पतालों में भी बन रहे हैं.
गंभीर बीमारी में 25 लाख तक मिलती है सहायता:आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत परिवार की पात्रता अनुसार अंत्योदय कार्ड और प्राथमिकता राशन कार्डधारी परिवार को पांच लाख तक रुपए तक के इलाज की सालाना सुविधा इन कार्डाे से मिलेगी. जबकि शेष राशन कार्ड धारी सामान्य राशन कार्ड परिवारों को सालाना 50 हजार रुपये तक का निःशुल्क इलाज पंजीकृत शासकीय और निजी अस्पतालों में मिलेगी. ऐसे ही मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत गंभीर बीमारियों के लिए अधिकतम 25 लाख तक की सहायता मरीज को दी जाती है.
मोबाइल से ऐसे बना सकते हैं कार्ड:भारत सरकार ने स्मार्ट फोन के माध्यम से घर पर ही कार्ड बनाने की सुविधा भी उपलब्ध करवाई है. इसके लिए सबसे पहले प्ले स्टोर से आयुष्मान ऐप डाउनलोड करना होगा. ऐप पर लॉगिन करने के लिए ऑप्शन चुकर मोबाइल नंबर दर्ज कर ओटीपी डालकर लॉगिंग करना होगा. इसके बाद स्टेट राशन कार्ड फैमिली आईडी जिला राशन नंबर दर्ज करें. यदि आधार कार्ड से लिंक मोबाइल उपलब्ध है, तो आधार ओटीपी विकल्प का चयन करें. यदि आधार लिंक मोबाइल उपलब्ध न हो तो फेस ओथ विकल्प का चयन करें. यदि फिंगरप्रिंट डिवाइस उपलब्ध हो तो फिंगरप्रिंट का चयन करें और प्रक्रिया पूरी करें. इसके बाद कैप्चर फोटो के विकल्प पर जाकर अपना क्लोजअप फोटो कैप्चर करें. इसके बाद मोबाइल नंबर और एड्रेस की जानकारी भरकर सबमिट बटन दबाएं. अप्रूवल होने की प्रतीक्षा करें. अप्रूवल होने के बाद आयुष्मान कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं. इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र या टोल फ्री नं.104 या 14555 में संपर्क करें.