अयोध्या :भव्य और दिव्य राम मंदिर में विराजमान रामलला का तिलकोत्सव 18 नवंबर को होना है. इसके लिए श्रीराम की ससुराल नेपाल के जनकपुरधाम से 100 कार-जीप और 3 बसों से 251 तिलकहरू अयोध्या पहुंचेंगे. ट्रक में भरकर नेग भी आएगा. समारोह में शामिल होने के लिए सीएम योगी को भी न्यौता भेजा गया गया है. प्राण प्रतिष्ठा के समय देश-विदेश से भक्तों ने रामलला को बेशकीमती उपहार दिए थे. उस दौरान भी जनकपुर से तीन ट्रकों से नेग आया था.
राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला मौका होगा, जब विवाहोत्सव में प्रभु श्रीराम के तिलकोत्सव का भी आयोजन होगा. जनकपुरधाम में प्रभु श्रीराम और माता सीता के विवाह की तैयारी शुरू कर दी गई है. माता सीता के राजमहल से तिलकोत्सव के लिए तिलक सामग्री भेजी जाएगी. कार्यक्रम को लेकर अयोध्या नगरी से लेकर जनकपुरी तक के लोगों में काफी उल्लास है.
जानकी मंदिर में तय हुई रूपरेखा :तिलकोत्सव की तैयारी को लेकर जनकपुर के जानकी मंदिर में बैठक हुई. यहां कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई. तिलकोत्सव विश्व हिन्दू परिषद नेपाल धनुषा की ओर से आयोजित किया जा रहा है. संतोष साह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में मंदिर के महंत राम तपेश्वर दास वैष्णव, विहिप नेपाल के उपाध्यक्ष रघुनाथ साह, जनकपुर मेयर मनोज साह, जनकपुर धाम वृहत्तर विकास परिषद के अध्यक्ष शीतल साह के अलावा उद्योग वाणिज्य संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र भंडारी, मारवाड़ी सेवा समिति के निर्मल चौधरी, राम युवा कमेटी के सरोज साह, महावीर युवा कमेटी के अजय गुप्ता आदि शामिल हुए. तय किया गया कि भार (नेग) में परिधान, आभूषण और तरह-तरह के मिष्ठान, मेवा, फल आदि होंगे.
16 नवंबर को अयोध्या के लिए निकलेंगे तिलकहरू :तिलकहरू (तिलक लेकर आने वाले) 16 नवंबर को को नेपाल से निकलेंगे. गढ़ी माई में रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन 17 नवंबर को वे अयोध्या पहुंच जाएंगे. 18 को तिलकोत्सव होगा. जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी महंत राम रोशन दास वैष्णव के अनुसार पहली बार हो रहे इस आयोजन से अयोध्या और जनकपुर का संबंध अधिक मजबूत होगा.