रायपुर:बीएड डिग्री वाले सहायक शिक्षकों का गुस्सा दिनो दिन बढ़ता जा रहा है. सहायक शिक्षकों का कहना कि उनका आंदोलन तबतक जारी रहेगा जबतक उनका समायोजन नहीं किया जाता. सहायक शिक्षकों के आंदोलन में अब उनके परिजन भी शामिल होने लगे हैं. शिक्षकों के परिजनों का कहना है उनके बेटे बेटियों को उनकी काबिलियत के आधार पर नौकरी दी गई थी लेकिन इस सरकार ने उनसे नौकरी छीन ली.
सहायक शिक्षकों का प्रर्दशन जारी:रविवार को सहायक शिक्षकों ने तेलीबांधा तालाब के के सामने प्रदर्शन किया. बर्खास्त सहायक शिक्षकों का कहना था कि उनका समायोजन अगर सरकार कर दे तो उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा. प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों के परिजनों का कहना था कि सरकार का कोई भी प्रतिनिधि इनसे बात करने क्यों नहीं आ रहा. परिजनों का ये भी कहना है कि पुलिस उनको आगे जाने से रोक रही है. क्या उनको प्रदर्शन का भी हक नहीं है.
परिजन भी हुए आंदोलन में शामिल (ETV Bharat)
हमारी कोई गलती नहीं है उसके बाद भी हमें बर्खास्त कर दिया गया. हमें किसी और विभाग में समायोजित कर दिया जाए तो हमारी नौकरी भी बनी रहेगी. हम 1 महीने से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन हमारी बात सुनने के लिए ये सरकार तैयार नहीं है. जबतक हमारी मांग नहीं मानी जाती हमारा आंदोलन जारी रहेगा - आंदोलन में शामिल सहायक शिक्षक
हमारे बच्चों की नौकरी जबतक वापस नहीं मिलती तबतक हम आंदोलन करते रहेंगे. हमारे बच्चों को मेरिट के आधार पर नौकरी पर रखा गया. वर्तमान सरकार की ये जिम्मेदारी बनती है कि उनके बच्चों की नौकरी बरकरार रखे- परिजन, सहायक शिक्षक
क्यों आंदोलन पर हैं सहायक शिक्षक:B.Ed डिग्रीधारी 3000 सहायक शिक्षकों को सरकार ने बर्खास्त कर दिया है. जिसके बाद से ही यह सहायक शिक्षक लगातार अपनी मांगों को लेकर आंदोलन पर हैं. सरकार ने उनकी मांगों को सुनने और समाधान निकालने के लिए एक कमेटी बनाई है, लेकिन इस कमेटी के बनाए जाने से सहायक शिक्षक संतुष्ट नहीं हैं सहायक शिक्षकों का कहना है कि उन्हें नौकरी चाहिए आश्वासन नहीं. पूर्व मुख्यंत्री भूपेश बघेल की सरकार में इनकी भर्तियां की गई थी.