लखनऊःकहते हैं कोई भी सपना इतना बड़ा नहीं होता कि उसे पूरा ना किया जा सके. सपने को पूरा करने के लिए अगर दिन-रात मेहनत की जाए तो वह जरूर पूरा हो जाता है. ऐसा ही सपना संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा को लेकर ऐश्वयर्म प्रजापति ने भी देखा था. मंगलवार को जारी हुए सिविल सर्विसेज की परीक्षा परिणाम में ऐश्वयर्म प्रजापति ने ऑल इंडिया लेवल पर 10वीं रैंक हासिल कर अपने इस सपने को पूरा किया है. बेटी के आईएएस बनने की सूचना जैसे ही पिता डॉ. राम कमल प्रसाद को लगी उनकी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा. अपनी बेटी की इस सफलता को वह पूरी दुनिया के साथ बांटना चाहते थे. रिजल्ट की सूचना मिलते ही उन्होंने तुरंत ढोल वालों को बुलाकर घर के बाहर बजाना शुरू कर दिया और अपनी बेटी की इस सफलता को आसपास के लोगों को बताने लगे. वहीं, मोहल्ले की बिटिया के आईएएस बनने की सूचना जैसे ही आज पड़ोस में पहुंची सभी लोग ऐश्वयर्म को बधाई देने पहुंचने लगे.
छोटी बहन ने एग्जाम क्लियर होने की सूचना दीःईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए ऐश्वयर्म ने बताया कि वह घर पर आराम कर रही थी, तभी छोटी बहन अचानक से कमरे में आई और खुशी से गले लगा लिया. रिजल्ट सुनते ही कुछ देर फ्रीज हो गई. खुद की मेहनत पर पूरा भरोसा था लेकिन 10वीं रैंक मिलेगी, यह नहीं सोचा था. हम दोनों बहनें कुछ देर गले लगकर रोते ही चले गए. ऐश्वयर्म ने बताया कि शुरू से ही लड़कियों और महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण क्षेत्र में हमेशा काम करना चाहती थी. समझ नहीं आता था कि क्या करुं? इंटर की पढ़ाई के बाद पहले बीटेक किया, फिर एक साल नौकरी की.
लाखों का पैकेज छोड़ सिविल की तैयारी में जुटीःऐश्वयर्म ने बताया कि साल 020 में बीटेक पूरा करने के बाद उनका प्लेसमेंट एक बड़ी कंपनी में हो गया था. करीब 1 साल नौकरी करने के बाद वह पिता के सपने को पूरा करने के लिए सोचा. उन्होंने बताया कि उनके पिता ने उनसे एक बार कहा था कि एक बार सिविल सर्विसेज की परीक्षा जरूर देना. पिता के इसी सपने को पूरा करने के लिए उसने 2021 में नौकरी छोड़ी और सिविल सर्विसेस की तैयारी में जुट गई. एक साल इलाहाबाद रहकर और एक साल घर रहकर सेल्फ स्टडी की. दो साल की कड़ी मेहनत के बाद सफलता मिली.