नई दिल्ली:दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को आबकारी नीति घोटाला मामले में तिहाड़ जेल में बंद हुए आज 26 फरवरी 2023 को एक साल पूरा हो गया. 26 फरवरी को ही सिसोदिया को पिछले साल सीबीआई मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. जिसके बाद शाम को कुछ सवालों के जवाब न देने पर सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था.
इसके बाद फिर नौ मार्च को तिहाड़ जेल में ही पूछताछ के बाद सिसोदिया को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था. आज विधानसभा में संबोधन के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कैबिनेट के विधायकों के साथ राजघाट जाएंगे. इसे लेकर भाजपा ने सवाल खड़े किए हैं.
दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि, "दिल्ली के भ्रष्टाचारी मुख्यमंत्री को आज जांच एजेंसी के सामने पेश होना था पर वो आज जा रहे हैं राजघाट. आज मनीष सिसोदिया को जेल गए हुए 1 वर्ष हो गया, अरविंद केजरीवाल पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो अपने उप-मुख्यमंत्री के जेल जाने की वर्षगांठ मना रहे हैं. अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार किया है उन्हें जांच एजेंसी के सामने जाकर अपना जुर्म कबूल करना चाहिए."
बता दें, एक साल में अब तक कई बार सिसोदिया की जमानत याचिका सीबीआई और ईडी दोनों के मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट, दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से खारिज की जा चुकी है. सिसोदिया को गिरफ्तार करने के बाद सीबीआई ने आबकारी घोटाले से संबंधित और ईडी ने मनी लांड्रिंग से संबंधित मामले में अलग-अलग चार्जशीट व सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की. इन चार्जशीट में सिसोदिया के सहयोगी रहे कई अन्य आप नेताओं के भी नाम शामिल थे.
इन्हें भी सीबीआई और ईडी ने गिरफ्तार कर जेल भेजा. आबकारी घोटाले में करीब 30 लोगों की गिरफ्तारियां हुईं. उनमें से अधिकर लोगों को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है, लेकिन, सिसोदिया कोर्ट ने घोटाले का मुख्य सूत्रधार और प्रभावशाली व्यक्ति मानते हुए जमानत देने से इनकार किया है.