नई दिल्ली : एक बार फिर देशभर में दिल्ली चर्चा में है. इस बार वजह है प्रदूषण. दिल्ली के कई इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 400 के पार पहुंच गया है. अब लोगों को सुबह और शाम बाहर निकलने पर सांस लेने मुश्किल हो रही है.दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक "बहुत खराब" श्रेणी में बना पहुंच गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सोमवार को सुबह 7 बजे राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में AQI 300 से ऊपर दर्ज किया गया.
AQI का बढ़ता स्तर बढ़ा रहा दिल्ली की टेंशन:सोमवार को सुबह करीब 7 बजे, न्यू मोती बाग में AQI 400, आरकेपुरम में 393, द्वारका सेक्टर 8 में 393 और आईटीओ में 349 दर्ज किया गया. इन सभी इलाकों में वायु गुणवत्ता का स्तर 'बहुत खराब' दर्ज किया गया, जिससे स्वास्थ्य को काफी खतरा है.विवेक विहार में AQI 421 दर्ज किया गया, जबकि अशोक विहार में 409 दर्ज किया गया, जिससे वायु गुणवत्ता का स्तर "गंभीर श्रेणी" में पहुंच गया. AQI को '200 से 300' के बीच "खराब", '301 से 400' के बीच "बहुत खराब", '401-450' के बीच "गंभीर" और 450 और उससे अधिक के बीच "गंभीर प्लस" माना जाता है.
दिल्ली आनंद विहार बस टर्मिनल AQI का स्तर 433 तक पहुंच गया :दिल्ली का आनंद विहार, जिसमें अंतरराज्यीय बसों के लिए एक टर्मिनल है, प्रदूषण से बुरी तरह प्रभावित है, यहां AQI का स्तर 433 तक पहुंच गया है, जो इसे "गंभीर" श्रेणी में रखता है.
मुख्यमंत्री आतिशी आनंद विहार की समस्या को लेकर चिंतित :दिल्ली के आनंद विहार में खराब वायु गुणवत्ता की समस्या को उजागर करते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि आनंद विहार क्षेत्र में खराब वायु गुणवत्ता का मुख्य कारण उत्तर प्रदेश से आने वाली बसें हैं, और इस बारे में उत्तर प्रदेश सरकार से चर्चा की जरूरत है. CM आतिशी ने कहा कि प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार एक हफ्ते में 10 हजार सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स की नियुक्ति का प्रस्ताव जारी करेगी. ये वॉलंटियर्स प्रदूषण पर काबू करने की प्लानिंग पर काम करेंगे.