जामताड़ा: विजयादशमी के दिन कभी पराजित नहीं होने वाले नाम से प्रसिद्ध अपराजिता के फूल और पौधे का महत्व बढ़ जाता है. इस दिन श्रद्धालु अपराजिता के फूल पौधे से देवी मां की पूजा अर्चना करते हैं और जतरा बनाते हैं. मान्यता है कि पौधे को घर में रखने से सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है.
श्रद्धालु अपराजिता के पौधे साल भर घर में रखते हैं सुरक्षित
विजयादशमी के दिन देवी मां की पूजा अर्चना कर अपराजिता के पौधे से श्रद्धालु जतरा बनाते हैं. ऐसा माना जाता है कि अपराजिता पौधे फूल की पूजा अर्चना करने के पश्चात जतरा बनाकर घर में रखने से सुख समृद्धि आती है. श्रद्धालु बताते हैं कि विजयादशमी के दिन अपराजिता के फूल पौधे की पूजा कर वो जतरा बनाते हैं और साल भर घर में सुरक्षित रखते हैं. इससे घर में बरकत, सुख और समृद्धि आती है.
विजयादशमी पर अपराजिता के पौधे का विशेष महत्व (ईटीवी भारत) भय बाधा होती है दूर अपराजिता के पौधे फूल के महत्व के बारे में चर्चा करते हुए आचार्य पंडित बताते हैं कि विजयादशमी के दिन अपराजिता के पौधे से देवी का पूजा अर्चना की जाती है. श्रद्धालु पूजा कर देवी मां से मन्नत मांगते हैं. देवी मां श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण करती हैं. साल भर भक्तों को भय बाधा से मुक्ति मिलती है और घर में सुख समृद्धि आती है. अपराजिता फूल और पौधे को असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक भी माना जाता है.
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