अलवर : अरावली की वादियों में बसे होने के चलते अलवर फिल्म की लोकेशन के लिए बेस्ट स्पॉट बनता जा रहा है. अलवर में 90 के दशक से ही अलग-अलग लोकेशंस पर फिल्म के सीनों को फिल्माया गया है. वहीं, गुरुवार से अलवर की तंग गलियों और ऐतिहासिक स्थलों पर राजस्थानी फिल्म की शूटिंग शुरू हुई है. इसके साथ ही वेब सीरीज शॉर्ट एड फिल्म की शूटिंग भी लगातार बीते कुछ सालों में अलवर में होती रही है. वर्तमान में अलवर शहर में हो रही राजस्थानी फिल्म की शूटिंग करीब 20 दिनों तक अलवर में जारी रहेगी, जिसमें जिले के विभिन्न लोकेशन पर फिल्म के सीन को शूट किया जाएगा.
फिल्म डायरेक्टर पवन कुमार ने बताया कि यह एक राजस्थानी फीचर फिल्म है, जिसे अलवर शहर में शूट किया जा रहा है. बीते चार दिनों से उनकी टीम अलवर में है. गुरुवार देर रात अलवर शहर के एक पुराने मोहल्ले भीखम सैयद में फिल्म के कुछ सीन शूट किए गए. इस फिल्म के लिए अलवर को इसलिए चुना गया कि अलवर अरावली की वादियों में बसा हुआ है, जिसकी अपनी एक खूबसूरती है. अलवर का प्राचीन व गौरवमय इतिहास है, यहां पर ऐतिहासिक स्मारक स्थल सहित पुराने मोहल्ले हैं, जहां पर फिल्म के सीन को अच्छे से शूट किया जा सकता है. फिल्म के माध्यम से अलवर को दिखाने का उनका एक प्रयास है.
शूटिंग के लिए पसंदीदा लोकेशन (वीडियो ईटीवी भारत अलवर) पढ़ें.Rajasthan: गुलाबी नगरी में दिखने लगी दिवाली की धूम, “जयपुर फिएस्टा” कार्यक्रम में युवाओं ने माचाया धमाल
अगले साल दर्शकों को देखने को मिलेगी फिल्म : डायरेक्टर पवन कुमार ने बताया कि अलवर में वे करीब 20 दिनों तक इस फिल्म की शूटिंग करेंगे, जिसमें विभिन्न स्थलों पर फिल्म के सीन को शूट किया जाएगा. इनमें शहर के पुराने मोहल्ले हवाई पाड़ा, भीखम सैयद, बापू बाजार, ऐतिहासिक हॉप सर्कस, जगन्नाथ मंदिर, मोती डूंगरी सहित अन्य ऐतिहासिक स्थलों पर शूटिंग की जाएगी. यह राजस्थानी फिल्म अगले साल दर्शकों को देखने को मिलेगी. यह राजस्थानी फिल्म एक सामाजिक व पारिवारिक कहानी पर आधारित है, जो यह बताती है कि पेरेंट्स को अपने बच्चों का किस तरह से पालन पोषण करना चाहिए. उनकी गलतियों को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए. उन्होंने बताया कि वो पिछले 20 सालों से इस फील्ड में हैं और बतौर डायरेक्टर यह उनकी दूसरी राजस्थानी फिल्म है.
कई बॉलीवुड फिल्म की भी हो चुकी शूटिंग :अलवर के इतिहासकार हरिशंकर गोयल ने बताया कि अलवर में 90 के दशक से ही फिल्मों की शूटिंग की शुरुआत हो गई थी. अलवर में लगभग 20 फिल्म और 50 टीवी सीरियल्स की शूटिंग हो चुकी है. इसमें फिल्म सन ऑफ इंडिया अंग्रेजी और हिंदी भाषा में बनी है. वहीं, नीलकमल, चंबल की कसम, जन्मभूमि, हथियार, यतीम, तलाश, करण-अर्जुन, साजन चले ससुराल, महाराजा, मेहंदी, मेजर साहब सहित अन्य कई फिल्म की शूटिंग अलवर की प्रमुख लोकेशन पर हुई है. इनमें प्रमुख स्थान जयसमंद झील, जयसमंद की छतरियां, सिलीसेढ़ झील, जयसमंद की पाल, सरिस्का टाइगर रिजर्व, भर्तृहरि, लालदास, अजबगढ़-भानगढ़ सहित अन्य स्थान हैं.