आगरा : ताजनगरी में महिला से मंगलसूत्र की लूट की घटना के मामले में पुलिस कमिश्नर ने चौकी इंजार्च को निलंबित कर दिया है. बताया जा रहा है कि पीड़िता और उसका प्रधान पति एफआईआर दर्ज कराने के लिए तीन माह से पुलिस चौकी और सिकंदरा थाने के चक्कर लगा रहे थे. आरोप है कि सिकंदरा थाना प्रभारी निरीक्षक और चौकी इंचार्ज बहानेबाजी करके दंपत्ति को टरका देते थे. सुनवाई नहीं होने पर पीड़ित दंपति ने पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गौड़ से मुलाकात कर शिकायत की. इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने कार्रवाई की है.
बता दें कि, मामला आगरा की आवास विकास कॉलोनी सेक्टर पांच का है. मूलत इटावा के गांव बलरई के प्रधान मनीष मानवेंद्र सिंह का परिवार यहां पर रहता है. मनीष मानवेंद्र ने बताया कि, 11 अप्रैल 2024 की रात को उनकी बेटी की तबीयत खराब होने पर पत्नी विनीता दवा लेने जा रही थी. उसी दौरान बाइक सवार बदमाश आए. उन्होंने झपट्टा मारकर विनीता के गले से मंगलसूत्र लूट लिया. इसके बाद फरार हो गए. जिस पर तत्काल यूपी 112 नंबर पर कॉल किया तो पुलिस भी मौके पर आ गई. पुलिस ने छानबीन की और हर संभव मदद की बात कही.
पीडित मनीष मानवेंद्र ने बताया कि, मैं आगरा से बाहर था. इसलिए अगले दिन 12 अप्रैल 2024 को जब आगरा लौटा तो तो पश्चिमपुरी चौकी पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए पहुंचा. जहां पर चौकी इंचार्ज अजय जायसवाल ने एक-दो दिन रुकने के लिए कहा. कहा कि, हम लुटेरे की तलाश कर रहे हैं. जल्द ही आपकी चेन वापस मिल जाएगी. इस पर मैं घर आ गया. कुछ दिन बाद जब उन्होंने चौकी इंचार्ज से बात की तो उन्होंने लोकसभा चुनाव के चलते फोर्स न होने का हवाला दिया. कहा कि, लुटेरे की तलाश की जा रही है. ऐसा करते-करते चुनाव हो गए और नई सरकार भी बन गई. लेकिन, पांच बार जाने के बाद चौकी इंचार्ज अजय जायसवाल ने एफआईआर दर्ज नहीं की.