नई दिल्ली:राजधानी के असोला फतेहपुर बेरी गांव में 1957 में कम्युनिटी सेंटर बना था, जो कई दशकों से जर्जर पड़ा है. यहां हर तरफ कूड़े का अंबार लगा रहता है. गांव के लोगों की समस्या है कि यहां एक भी सामुदायिक भवन नहीं है, जिससे इलाके के लोगों को शादी-विवाह व अन्य आयोजन दूर इलाके या महंगी जगहों पर करने पड़ते हैं. लेकिन अब लोगों में उम्मीद की नई किरण जगी है, क्योंकि पीएमओ के दखल के बाद जल्द यहां सामुदायिक भवन बनने वाला हे.
दरअसल, कुछ साल पहले स्थानीय समाजसेवी ऋषिपाल महाशय ने इस सामुदायिक भवन के बाबत तमाम विभागों में चिट्ठियां लिखनी शुरू कीं, लेकिन उन्हें वहां से सिर्फ आश्वासन मिला. इसके बाद वे और अन्य स्थानीय लोग तत्कालीन सांसद रमेश बिधूड़ी के पास इस समस्या को लेकर गए, जिन्होंने यह समस्या एलजी के सामने रखी. इसके बाद सामुदायिक भवन के लिए बात आगे बढ़ी, लगभग 90 लाख रुपये का बजट भी आया, लेकिन कोरोना आने से मामला ठंडे बस्ते में चला गया.