मंडी: जिला मंडी में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे एक बार फिर से रात भर यातायात के लिए बंद रहा. इस बार हाईवे एक नहीं बल्कि दो स्थानों पर बंद हो गया था. करीब 13 घंटे के बाद आज सुबह इसे एकतरफा यातायात के लिए बहाल किया जा सका है. ऐसे में रात भर लोगों को अपनी गाड़ियों में हाईवे पर रात गुजारनी पड़ी.
खोती नाला के पास हाईवे पर पलटा ट्रक
पहला घटनाक्रम पंडोह के औट के बीच आने वाले खोती नाला के पास घटित हुआ. यहां एक भारी-भरकम मशीनरी को लेकर जा रहा बड़ा ट्राला अनियंत्रित होकर सड़क पर ही पटल गया. इस कारण हाईवे यातायात के लिए पूरी तरह से बंद हो गया. हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद यहां पर छोटी गाड़ियों की आवाजाही को रात को ही शुरू कर दिया गया और छोटे गाड़ियों को आगे भेज भी दिया गया, लेकिन बड़े वाहन रात भी यहीं पर फंस रहे. सुबह बड़ी मशीनें मौके पर आने के बाद ट्राले को एक तरफ हटाया गया. जिसके बाद यहां बड़े वाहनों के एकतरफा यातायात के लिए हाईवे बहाल हो पाया है.
9 मील के पास हुआ लैंडस्लाइड
दूसरा घटनाक्रम रात 11 बजे मंडी से पंडोह के बीच 9 मील के पास हुआ. यहां पहाड़ी से भारी मलबा आने के कारण हाईवे यातायात के लिए पूरी तरह से बंद हो गया. बता दें कि इससे पिछली रात को भी यहां भारी लैंडस्लाइड होने से हाईवे रात भर बंद रहा था और इसकी चपेट में एक ट्रक और जीप भी आ गए थे. इस बार कोई वाहन तो इसकी चपेट में नहीं आया, लेकिन सुबह मशीनें काम पर लगने के बाद मलबा हटाया गया और तब जाकर 9 बजे के करीब इसे भी यातायात के लिए बहाल किया जा सका.
लोगों ने डर के साए में गुजारी रात
हाईवे के बंद होने की सूचना मिलने के बाद मंडी पुलिस ने यातायात को मंडी और औट के पास ही रोकना शुरू कर दिया था, लेकिन जो गाड़ियां पहले से आगे चली गई थी, उन्हें हाईवे पर खड़े रह कर डर के साए में रात गुजारनी पड़ी. रात भर बारिश भी होती रही, जिसके कारण डर का माहौल ज्यादा देखने को मिला. जबकि इस दौरान कुछ छोटी गाड़ियों ने वैकल्पिक मार्गों से भी अपना सफर जारी रखा.
ये भी पढ़ें:हिमाचल में नदी-नालों के साथ भवन निर्माण के नियम सख्त, इस साल की तबाही से लिया सरकार ने सबक