पटना: लोकसभा चुनाव के अंतिम और सातवें फेज के तहत बिहार में 8 सीटों पर 1 जून को वोटडाले जाएंगे. अंतिम चरण में कुल मिलाकर 22 फीसदी उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, 19 प्रतिशत उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, वहीं, राजनीतिक दलों में 37% करोड़पति उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. उम्मीदवारों की औसत संपत्ति ढाई करोड़ की है.
रविशंकर प्रसाद सबसे अमीर:एडीआर के रिपोर्ट के अनुसार सातवें चरण में सबसे अमीर उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद हैं. जिनकी संपत्ति 40 करोड़ 60 लाख 98345 रुपये की है. दूसरे स्थान पर पटना साहिब से ही बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नीरज कुमार हैं. जिनके पास 23 करोड़ 61 लाख की संपत्ति है, जबकि तीसरे स्थान पर काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह है. जिनके पास 16 करोड़ 75 लाख की संपत्ति है.
नागेश्वर प्रसाद के पास सबसे कम संपत्ति:सबसे कम संपत्ति वाले उम्मीदवारों की अगर बात करें तो पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया के प्रत्याशी नागेश्वर प्रसाद के पास 6900 हैं. आरा लोकसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी वीरेंद्र कुमार सिंह के पास मात्र 15000 रुपये और नालंदा लोकसभा सीट पर सुधीर कुमार के पास 50500 की संपत्ति है.
1 जून को 8 सीटों पर वोटिंग: बिहार में सातवें चरण में 8 लोकसभा सीट के लिए मतदान होने हैं. नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट और जहानाबाद लोकसभा सीट पर 1 जून को वोट डाले जाएंगे. कुल 134 उम्मीदवारों ने नामांकन का पर्चा दाखिल किया है. 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आएंगे.
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