विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटेजा (ETV BHARAT JAIPUR) जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े राजस्थान विश्वविद्यालय में एडमिशन का दौर शुरू होने जा रहा है. विश्वविद्यालय प्रशासन इस बार एक साथ 100 फीसदी सीटों के लिए कट ऑफ जारी करेगा और फिर रिक्त सीटों को काउंसलिंग से भरा जाएगा. छात्र विश्वविद्यालय के सभी संघटक कॉलेज के लिए 1 जून से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. राजस्थान विश्वविद्यालय की 7000 सीटों के लिए 1 जून से 10 जून के बीच 12वीं पास छात्र आवेदन कर सकेंगे. इस बार दो-तीन कट ऑफ लिस्ट जारी करने की बजाय संघटक कॉलेज की 100 फीसदी सीटों पर एक कट ऑफ लिस्ट जारी की जाएगी.
इस संबंध में विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटेजा ने बताया कि सीबीएसई और आरबीएसई बोर्ड का रिजल्ट जारी हो चुका है. विद्यालयों में छात्रों की मार्कशीट आना शुरू हो गई है. छात्रों को मार्कशीट उपलब्ध होने के साथ ही विश्वविद्यालय ऑनलाइन एडमिशन प्रोसेस शुरू कर रहा है. 1 जून से छात्र ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे और 10 जून तक छात्र आवेदन कर सकेंगे. फिर 100% सीटों पर लिस्ट जारी की जाएगी.
1 जून से शुरू होगा ऑनलाइन आवेदन (ETV BHARAT JAIPUR) इसे भी पढ़ें -राजस्थान यूनिवर्सिटी की सीनेट में दीक्षांत समारोह को लेकर बैठक, 126 स्टूडेंट को दिया जाएगा गोल्ड मेडल - Rajasthan University
उन्होंने छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि वो अपने सभी डॉक्यूमेंट तैयार रखें. फिर चाहे ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट हो या फिर जाति प्रमाण पत्र. विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से प्रोस्पेक्टस को भी ऑफिशल वेबसाइट पर अपलोड किया जा चुका है. जहां छात्र सुविधा और कोर्स की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि यदि छात्र को किसी तरह का गाइडेंस चाहिए, तो संबंधित महाविद्यालय में जाकर के संपर्क कर सकते हैं. एडमिशन की पूरी प्रक्रिया को समझ सकते हैं. ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
उन्होंने कहा कि सीबीएसई और आरबीएसई की मार्किंग स्कीम में अंतर है. बीते कुछ सालों में परसेंटाइल फार्मूले के आधार पर एडमिशन भी किए गए, लेकिन इसे दोबारा बदल दिया गया. इस बार भी छात्रों का एडमिशन परसेंटेज के अनुसार ही होगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि परसेंटेज बेस पर किसी एक बोर्ड को नुकसान होता है तो परसेंटाइल बेस पर किसी दूसरे बोर्ड के छात्रों को नुकसान होता है, लेकिन इस व्यवस्था में फिलहाल सरलीकरण करते हुए परसेंटेज बेस पर ही एडमिशन लिए जाएंगे. कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में अब जो भी एडमिशन हो रहे हैं, सभी नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत ही होंगे. यहां पिछले साल एनईपी को लागू कर दिया गया था. ऐसे में इस वर्ष फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर के सभी छात्र एनईपी के तहत सेमेस्टर सिस्टम से ही जुड़ेंगे.