रांची: 28 मई की देर रात रांची के मैकलुस्कीगंज के करामकोचा में बीएसएनल के केबलिंग का काम कर रही सिंह इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के साइट पर हमला कर आगजनी की गई थी. अपराधियों ने कंस्ट्रक्शन साइट पर मौजूद कंटेनर को आग के हवाले कर दिया था, जिसकी वजह से संजय भुइयां नाम का एक मजदूर जिंदा जल गया था. हमले में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए रांची एससपी के द्वारा खलारी डीएसपी के नेतृव में एक टीम का गठन किया गया था, टीम ने टेक्निकल मदद से आगजनी में शामिल पांच अपराधियों रवि मुंडा, महेश उरांव, रूपेश पहान, दिनेश उरांव और अनीश केरकेट्टा को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से एक पिस्टल, कट्टा और कई राउंड कारतूस बरामद किया गया है.
ऑडियो से पकड़े गए अपराधी
रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि सिंह इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड से पूर्व में अपराधियों के द्वारा ऑडियो मैसेज भेज कर रंगदारी की डिमांड की गई थी. आगजनी की वारदात के बाद पुलिस जब अपराधियों की तलाश में जुटी तब यह पता चला कि यह घटना उग्रवादी घटना नहीं है बल्कि लोकल अपराधियों के द्वारा रंगदारी वसूलने के लिए अंजाम दिया गया है. ऑडियो मैसेज को जब ग्रामीणों के बीच सुनाया गया तो उस आवाज को कई ग्रामीणों ने पहचान लिया इसके बाद सबसे पहले रवि मुंडा की गिरफ्तारी की गई. रवि मुंडा की गिरफ्तारी के बाद उसके बाकी चार साथी भी गिरफ्तार कर लिए गए.
सभी का आपराधिक इतिहास
रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि इस कांड में जितने भी आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं सभी का अपराधिक इतिहास रहा है. गिरफ्तार रवि मुंडा पहले भी जेल जा चुका है जबकि रूपेश हत्याकांड में साल जेल में रह चुका है.
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