रतलाम: मासूम मूक-बधिर बच्चियों को हैवानियत का शिकार बनाने के मामले में रतलाम पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. दरिंदगी करने वाले आरोपी ने पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले ही जहर खाकर अपनी जान दे दी. पुलिस ने इस मामले में वैज्ञानिक साक्ष्य और डीएनए सैंपल मिलान के बाद खुलासा किया है. मृत आरोपी फणजी गणावा ने एक नहीं बल्कि दो मामलों में मूक-बधिर बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाया था.
आरोपी ने 4 साल पहले भी एक मूक-बधिर मासूम बच्ची को बनाया था हवस का शिकार
वह जावरा के हुसैन टेकरी क्षेत्र में जाता रहता था. जहां उसने 4 साल पहले भी एक मूक-बधिर मासूम बच्ची से दुष्कर्म किया था. 9 अगस्त को हुसैन टेकरी क्षेत्र से आरोपी ने एक बार फिर 10 वर्षीय मूक-बधिर बालिका को उठा लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया. पीड़िता ने इशारों में यह बात अपनी मां को बताई जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को चिह्नित किया और उसकी तलाश शुरू की.
अमित कुमार एसपी रतलाम (Etv Bharat) पुलिस ने उसके गांव अमरपुरा में दबिश दी और उसके परिजनों के ब्लड सैंपल लेकर डीएनए जांच करवाई. जिससे यह सिद्ध हो गया कि आरोपी फणजी ने ही घटना को अंजाम दिया है. पुलिस का शिकंजा कसता देख आरोपी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. इसके बाद पुलिस ने मृतक के ब्लड सैंपल लेकर डीएनए जांच करवाई जिसकी रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है. पुलिस को आशंका है कि इस सीरियल रेपिस्ट ने दुष्कर्म की और भी घटनाओं को अंजाम दिया है. जिसकी जांच की जा रही है.
एसपी अमित कुमार ने बताया कि 8-9 अगस्त 2024 को हुसैन टेकरी क्षेत्र में मूक-बधिर बच्ची के साथ हए दुष्कर्म की विवेचना की गई तो चौंकाने वाला सच सामने आया है. आरोपी फणजी गणावा ने न केवल 10 वर्षीय मासूम के साथ बल्कि 4 वर्ष पहले भी एक अन्य मूक-बधिर बालिका के साथ दुष्कर्म किया था. औद्योगिक थाना पुलिस जावरा हुसैन टेकरी क्षेत्र में पूर्व में दर्ज हुए दुष्कर्म और छेड़छाड़ के मामलों की जांच में जुटी है.
100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद हुई आरोपी की पहचान
पुलिस ने मामले में करीब 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरो की फुटेज की जांच के बाद आरोपी फणजी गणावा की पहचान की थी. उसकी गिरफ्तारी के लिए सरवन थाना क्षेत्र के अमरगढ़ गांव में देवेश भी दी गई थी लेकिन आरोपी फरार हो गया था. इसके कुछ दिन बाद आरोपी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली.