नई दिल्ली:राजधानी में अपहरण और हत्या के आरोपी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान 50 वर्षीय नीरज चौधरी के रूप में हुई है. डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि 21 नवंबर, 2001 को नीरज चौधरी ने अपने दोस्त राजेंद्र सिंह और विक्रम यादव के साथ मिलकर रतन राय नामक व्यक्ति को उसकी कार में बदरपुर इलाके से किडनैप कर लिया था.
इसके बाद रतन राज के परिजनों से उसे छोड़ने की एवज में उसकी पत्नी से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. आरोपियों ने उसे कार में छिपा रखा था. शिकायत मिलने पर पुलिस ने चेकिंग शुरू की और, जिसके बाद दिलशाद गार्डन के दीपक पेट्रोल पंप के पास कार को देखा गया. पुलिस ने कार को रुकने का इशारा किया, जिसपर कार में मौजूद बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस की तरफ से भी जवाबी कार्रवाई की गई थी. इसके बावजूद बदमाश भागने में कामयाब रहे थे.
2009 से था फरार: इस दौरान बदमाशों ने रतन को चलती गाड़ी से फेंक दिया था, जिसके बाद उसे जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई और विशेष टीम का गठन किया गया. जांच के दौरान पता चला कि आरोपी नीरज चौधरी की पत्नी उत्तराखंड में पार्लर चलाती है. कॉल डिटेल रिकॉर्ड से उसकी लोकेशन की जानकारी मिली, जिसके बाद ट्रैप लगाकर उसे द्वारका जिले से गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने पैसों के लिए रतन को किडनैप किया था. इस दौरान उसने पुलिस की, जबकि उसके साथियों ने ट्रैफिक पुलिस की पोशाक पहन रखे थे. 2009 में वह पैरोल पर रिहा हुआ था, जिसके बाद वह पुलिस को लगातार चकमा दे रहा था.