कवर्धा:कबीरधाम जिले के लोहारा वन परिक्षेत्र अंतर्गत मोहनपुर परिसर के शिकारियों को अरेस्ट किया गया है. 17 दिसंबर को बीट क्रमांक 258 में शिकारियों ने जंगल में करंट लगाकर वन्य प्राणी नीलगाय का शिकार किया.इसके बाद जंगल में ही मांस को चारों ने आपस में बांट लिया. मामले की सूचना मिलते ही अधिकारी आरोपियों की तलाश में जुट गई.
कैसे पकड़े गए आरोपी :वन मंडल अधिकारी शशि कुमार ने बताया कि जंगल में सर्चिंग के दौरान खून के धब्बे मिले थे. शंका हुआ कि जरूर शिकारियों ने जंगली जानवर का शिकार किया है. जिस पर आसपास छानबीन की गई और मुखबिर को भी को सक्रिय किया गया था.
नीलगाय शिकार मामले में आरोपी अरेस्ट (ETV BHARAT CHHATTISGARH)
20 दिसंबर को सूचना मिली की मोहनपुर गांव का प्रताप नेताम कुछ लोगों के साथ रात में जंगल की ओर से आया था. बोरी में कुछ रखा हुआ था. सूचना पर संदेह के आधार पर मोहनपुर निवासी प्रताप नेताम के मकान में छापामार कार्रवाई की गई. सर्चिंग के दौरान मकान से वन्य प्राणी के मांस मिले हैं. आरोपी ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर नील गाय का शिकार किया .फिर मांस को आपस में बांट लिया. मामले में 04 आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करके ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है -शशि कुमार,वनमंडलाधिकारी
चार आरोपियों की हुई गिरफ्तारी :आपको बता दें कि आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने मुंशी यादव , अनिल नेताम और विश्वनाथ के साथ मिलकर बीट क्रमांक 258 में जीआई तार से करंट लगाकर नीलगाय का शिकार किया. फिर उसी जगह वन्यप्राणी के मांस को चारों ने आपस में बांट लिया.इस मामले में वन विभाग ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया. अवैध शिकार के आरोप में वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धाराओं के तहत न्यायालय में पेश किया है.
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