कोरिया: छत्तीसगढ़ के कोरिया में निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सियासी गहमागहमी के बीच राजनीतिक दल जीत का दावा कर रहे हैं. नगर पंचायत पटना में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की बात करे तो यहां 35 जनपद पंचायत में चुनाव होना है. इस चुनावी समर में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सियासी घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस और बीजेपी के नेता अपनी अपनी पार्टी के जीत का दावा कर रहे हैं.
कांग्रेस और बीजेपी नेताओं में जुबागी जंग: कोरिया के निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच जुबानी जंग भी तेज है. बीजेपी अपने सरकार के एक साल के कामकाज को भुनाने की कोशिश में लगी हुई है. बीजेपी का दावा है कि प्रदेश में साय सरकार के कामकाज का असर उन्हें मिल रहा है. कोरिया के निकाय और स्थानीय चुनाव में भी उन्हें साय सरकार की उपलब्धियों का फायदा होगा. दूसरी ओर कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी में परिवारवाद है. बीजेपी विधायक के बेटे और बहू को टिकट दिया गया है.
भाजपा हमारे ऊपर परिवारवाद का इल्जाम लगाती है.उनके विधायक अपनी बेटी और बहु दोनों को प्रत्याशी बना कर राजनीति में परिवारवाद फैला रहे हैं- प्रदीप गुप्ता, कांग्रेस जिलाध्यक्ष, कोरिया
विधायक की बहू पूर्व में भी जिला सदस्य थी और पार्टी की कर्मठ कार्यकर्ता रही हैं. विधायक की बेटी भी पिछले ढेर साल से पार्टी में सक्रिय भूमिका में रही है और दोनों जिताऊ उम्मीदवार है, इसलिए उन्हें प्रत्याशी बनाया गया है-देवेंद्र तिवारी, बीजेपी जिलाध्यक्ष, कोरिया
टिकट बंटवारे के बाद से कोरिया में चुनावी प्रचार का दौर शुरू हो गया है. ऐसे में अब देखना होगा कि इस चुनावी रण में किस पार्टी को जीत मिलती है.