जयपुर: राजधानी में मुख्यमंत्री के काफिले में हुई दुर्घटना मामले को लेकर जयपुर के रामनगरिया थाने में मामला दर्ज हुआ है. जयपुर रिजर्व पुलिस लाइन के इंस्पेक्टर धनराज मीणा ने मुकदमा दर्ज करवाया है. 11 दिसंबर को दोपहर 3:10 बजे से 3:15 के बीच मुख्यमंत्री का काफिला अक्षय पात्र इलाके में पहुंचा था. इस समय सांगा मार्ग की तरफ से रॉन्ग साइड टैक्सी गाड़ी तेज रफ्तार में लहराते हुए आई. ट्रैफिक ने टैक्सी गाड़ी को रोकने का इशारा किया, लेकिन टैक्सी गाड़ी काफिले में चल रही गाड़ियों के बीच घुस गई, जिससे हादसा हो गया. हादसे में एसीपी, एएसआई समेत पुलिस के जवान घायल हो गए. मामले की जांच रामनगरिया थाना अधिकारी अरुण कुमार को सौंपी गई है.
एडिशनल डीसीपी ईस्ट आशाराम चौधरी के मुताबिक मुख्यमंत्री काफिले में हुई दुर्घटना को लेकर रिजर्व पुलिस लाइन में पदस्थापित पुलिस इंस्पेक्टर धनराज मीणा ने मुकदमा दर्ज करवाया है. पुलिस इंस्पेक्टर धनराज मिलने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि 11 दिसंबर को मुख्यमंत्री के काफिले में पायलट गाड़ी में उनकी ड्यूटी थी. पायलट गाड़ी का चालक कांस्टेबल बलवान सिंह था. मुख्यमंत्री जेईसीसी से हल्दीघाटी टोंक रोड से होते हुए महल रोड जगतपुरा से जा रहे थे. उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम में महल रोड जगतपुरा की तरफ जा रहे थे. पायलट गाड़ी के आगे एसीपी अमीर हसन की गाड़ी चल रही थी.
मुख्यमंत्री का काफिला करीब 3:10 बजे से 3:15 बजे के बीच अक्षय पात्र चौराहा पर पहुंचा, जहां पर तैनात पुलिस जाप्ते ने यातायात व्यवस्था को भली-भांति संभाल रखा था. जैसे ही हमारी गाड़ी अक्षय पात्र चौराहा को क्रॉस करने लगी, उस समय एक प्राइवेट गाड़ी अर्टिगा प्रताप नगर सांगा मार्ग की तरफ से रॉन्ग साइड होते हुए तेज गति से लहराती हुई आई. टैक्सी गाड़ी में दो लोग सवार थे. ट्रैफिक जाप्ता ने रोकने का इशारा किया और टैक्सी गाड़ी को रोकने का प्रयास किया. लेकिन टैक्सी गाड़ी के ड्राइवर ने अपनी गाड़ी को नहीं रोका.