चंदौली : धानापुर कस्बा स्थित शहीद पार्क में सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की 17वीं पुण्यतिथि पर समाजवादी न्यास द्वारा '24 का जनादेश, क्या है संदेश' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के फायर ब्रांड नेता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह बतौर मुख्य अतिथि शरीक हुए. इस मौके पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए. साथ ही उनके विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया.
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि चंद्रशेखर जी समाजवादी विचारधारा के बड़े नेता थे. जय प्रकाश नारायण की गिरफ्तारी होने पर कांग्रेसी सांसद होने के बावजूद उन्होंने संसद मार्ग थाना जाकर गिरफ्तारी दी. वे पूंजीवाद के प्रबल विरोधी थे और अपने जीवन में उन्होंने विचारधारा से हटकर कभी भी समझौता नहीं किया. चंद्रशेखर की विचारधारा को हम सभी लोग मिलकर आगे ले जाने का काम कर रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि समाजवादी व्यवस्था में सांप्रदायिकता और पूंजीवाद के लिए कोई स्थान नहीं हो सकता. वर्तमान दौर में पूंजीवादी ताकतों और साम्प्रदायिकता से लड़ने की सबसे अधिक जरूरत है. यह लड़ाई समाजवादी ही लड़ सकते हैं.
नफरत और छुआछूत फैला रही भाजपा :संजय सिंह ने कहा कि समाजवादी विचारधारा से आशय एक ऐसे समाज के निर्माण से है जहां भेदभाव के लिए कोई जगह न हो. छुआछूत जैसी सामाजिक कुरीतियां ना हों, लेकिन दुर्भाग्य यह है कि आज आजादी के 77 साल बाद भी भाजपा ने पांच साल यूपी के मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव का सरकारी आवास को गंगाजल से धोया. यही अखिलेश यादव 2024 के लोकसभा चुनाव में जब कन्नौज मंदिर में दर्शन-पूजन करने गए तो उनके जाने के बाद भाजपा के लोगों ने मंदिर को धोने का काम किया. नफरत व लोगों को बांटने की भाजपा की इस विचारधारा से हम सभी को मिलकर मारना होगा.
प्रधानमंत्री ने किया दुष्प्रचार : संजय सिंह ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री की भाजपा नैतिक मूल्यों के न्यूनतम स्तर पर चली गई है. प्नधानमंत्री ने चुनाव के दौरान मुगल, मदरसा, मुसलमान, मछली, मटन व मुजरा जैसे शब्दों का खूब इस्तेमाल किया, लेकिन उन्हें म से महंगाई, मजदूर व मणिपुर का ख्याल नहीं आया. मणिपुर जल रहा था तो मैंने मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा करने की बात कही तो मुझे बर्खास्त कर दिया गया. इसके बाद जब मोदी व अडानी के नारे लगाए तो सरकार ने छह माह तक जेल में रखा. बावजूद इसके मेरे विचार नहीं बदले और जेल से बाहर आते ही भाजपा के नफरत की राजनीति के खिलाफ आवाज उठाना शुरू किया. जिंदगीभर जेल में रखेंगे तब भी उनकी नफरत की राजनीति पर आवाज उठाता रहूंगा. भाजपा का 400 पार का नारा था, आरक्षण और संविधान खत्म करने की योजना थी, लेकिन जनता मंशा भांप गई और स्पष्ट बहुमत तक नहीं पहुंचने दिया.