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अलीगढ़ में 9वीं के छात्र ने क्वॉलीफाई की राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता, पहली बार में हासिल की जीत - ALIGARH NEWS

राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता में अलीगढ़ के 9वीं कक्षा के छात्र ने बाजी मार ली है. जूनियर कैटेगरी में छात्र ने 77 स्कोर हासिल किया है.

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राष्ट्रीय क्वॉलीफाई शूटर मुनीम (pic credit; ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 10, 2025, 5:38 PM IST

अलीगढ़:दिल्ली के करणी सिंह शूटिंग रेंज में हुई 67वीं नेशनल शूटिंग प्रतियोगिता में एक अद्भुत उपलब्धि देखने को मिली. कक्षा 9वीं के छात्र मुनीम ने अपने कोच की गन से ट्रैप शूटिंग चैंपियनशिप की जूनियर कैटेगरी में 77 का स्कोर हासिल कर शानदार जीत दर्ज की. अब वह ओलंपिक की तैयारी में जुट गया है.

दिल्ली के करणी सिंह शूटिंग रेंज में हुई 67वीं नेशनल शूटिंग प्रतियोगिता में एक अद्भुत उपलब्धि देखने को मिली. इस प्रतियोगिता में अलीगढ़ के एक युवा छात्र, जो महज नौवीं कक्षा में पढ़ता है, उसने अपनी काबिलियत और मेहनत से ऐसा प्रदर्शन किया कि सभी दंग रह गए. ट्रैप शूटिंग चैंपियनशिप की जूनियर कैटेगरी में इस छात्र ने 77 का स्कोर हासिल कर प्रतियोगिता में शानदार जीत दर्ज की और अपने नाम का परचम लहराया.



राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता क्वॉलीफाई:राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता क्वॉलीफाई करने के बाद अब मुनीम का बंदूक लाइसेंस बन जाएगा. इससे वह प्रैक्टिस करके राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर अपनी काबिलियत से प्रदर्शन कर सकते हैं. अब तक वह अपने कोच की गन का इस्तेमाल करते थे.

राष्ट्रीय क्वॉलीफाई शूटर मुनीम ने दी जानकारी (video credit; ETV Bharat)

पिता भी रह चुके हैं चैंपियन: मुनीम, जो ब्लॉसम स्कूल में नौवीं कक्षा के छात्र हैं, महज 15 वर्ष की आयु में अपनी जीत के पीछे का प्रेरणादायक किस्सा साझा किया. उन्होंने बताया कि उनके परिवार में खेलों का जुनून कोई नई बात नहीं है. उनके पिता अब्दुल्ला अहमद कबीर शेरवानी भी पहले ही रायफल शूटिंग की कैटेगरी में नेशनल चैंपियन रह चुके हैं.

मुनीम ने बताया कि उनके पिता को शूटिंग करते देख उन्हें भी इस खेल में रुचि हो गई. यह खेल उनके लिए केवल मनोरंजन का साधन नहीं था, बल्कि एक जुनून में बदल गया. कुछ महीने पहले ही उन्होंने ट्रैप शूटिंग की ट्रेनिंग लेना शुरू की. हालांकि यह सफर आसान नहीं था, लेकिन उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें इस शानदार मुकाम तक पहुंचाया.


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नेशनल प्रतियोगिता में पहला कदम:मुनीम के लिए दिल्ली के करणी सिंह शूटिंग रेंज में आयोजित नेशनल प्रतियोगिता उनके जीवन का पहला बड़ा अवसर था. यह प्रतियोगिता जनवरी के शुरुआती सप्ताह में आयोजित हुई, जिसमें 4 जनवरी से लेकर 6 जनवरी तक जूनियर कैटेगरी के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. इस प्रतियोगिता में देशभर से करीब 500 प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. इतनी बड़ी संख्या में प्रतिभागियों के बीच से आगे निकलना और चैंपियन बनना कोई आसान काम नहीं था. लेकिन, मुनीम ने इसे मुमकिन कर दिखाया.


जुनून और मेहनत की कहानी:मुनीम ने इस प्रतियोगिता में 125 में से 77 का शानदार स्कोर हासिल किया. उनका प्रदर्शन उनकी मेहनत और तैयारी का प्रमाण था. उन्होंने यह साबित कर दिया कि सही मार्गदर्शन और आत्मविश्वास के साथ किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है. उनकी इस जीत के बाद पूरे अलीगढ़ में जश्न का माहौल बन गया. जैसे ही उनके नेशनल चैंपियन बनने की खबर अलीगढ़ पहुंची, उनके परिवार, दोस्तों और शिक्षकों ने उन्हें बधाइयां दीं.


मुनीम के लिए इस मुकाम तक पहुंचना आसान नहीं था. उन्होंने अपनी ट्रेनिंग के दौरान कई चुनौतियों का सामना किया. ट्रेनिंग का समय और पढ़ाई के बीच तालमेल बैठाना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती थी. लेकिन उन्होंने अपनी दिनचर्या को इस तरह से तैयार किया कि दोनों में संतुलन बना रहे. मुनीम ने बताया कि शुरुआत में शूटिंग को समझना और उसके तकनीकी पहलुओं को सीखना उनके लिए कठिन था. लेकिन उनके कोच और परिवार के सदस्यों ने उन्हें हमेशा प्रेरित किया. उनके पिता ने उन्हें शूटिंग के प्रति प्रेरित किया और हर कदम पर उनका साथ दिया.

भविष्य के प्लान :मुनीम ने अपनी इस जीत के बाद कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है. उनका सपना है कि वे इंटरनेशनल स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करें और ओलंपिक जैसे बड़े मंच पर देश के लिए गोल्ड मेडल जीतें. उन्होंने यह भी बताया कि वे अपनी ट्रेनिंग को और अधिक गंभीरता से लेंगे और अपनी कमजोरियों पर काम करेंगे.

अलीगढ़ का गौरव:मुनीम की इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि पूरे अलीगढ़ को गर्वित किया है. उनकी सफलता उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो किसी भी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं. मुनीम ने यह दिखा दिया है कि अगर लक्ष्य निर्धारित हो और उसके लिए पूरी मेहनत की जाए, तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती.

भविष्य के लिए संदेश :मुनीम ने युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक संदेश दिया. उन्होंने कहा कि हर युवा को अपनी रुचि और प्रतिभा के अनुसार अपने लक्ष्य का चुनाव करना चाहिए और उसे हासिल करने के लिए मेहनत करनी चाहिए. साथ ही, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हर सपने को पूरा करने के लिए अनुशासन और आत्मविश्वास जरूरी है.

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