पटना : पिछले एक महीने में एक दर्जन से अधिक पुल बिहार में धराशाईहुए हैं. कुछ पुल भरभराकर गिर गए तो कुछ बह गए हैं. उसके बाद बिहार सरकार ने सभी पुलों का हेल्थ कार्ड बनाने का फैसला लिया है. पथ निर्माण विभाग 30 मीटर से अधिक लंबे पुलों का सर्वे का काम कर रही है. अब तक 700 पुलों का सर्वे का काम हो चुका है जिसमें से 12 पुल की स्थिति काफी दयनीय है. यदि जल्द मरम्मत नहीं कराया गया तो कोई भी हादसा हो सकता है.
1700 में से 700 पुलों का सर्वे पूरा : लगातार गिर रहे पुलों से परेशान नीतीश सरकार ने पुलों की सही स्थिति जानने के लिए यह सर्वे का काम शुरू करवाया है. बिहार के उपमुख्यमंत्री और पत्र निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा के निर्देश पर सर्वे का काम हो रहा है. बिहार में 30 मीटर से अधिक 1700 से अधिक पुल है और सभी का सर्वे पथ निर्माण विभाग करने वाला है. सभी पुल का हेल्थ कार्ड तैयार किया जाएगा और उस हिसाब से उसकी मरम्मत और अन्य कार्य किए जाएंगे. फिलहाल 12 पुलों को चिन्हित किया गया है, जिसकी मरमती का काम जल्द होना है.
12 पुल सर्वे में दयनीय हालत में मिले : पुल निर्माण निगम के अधिकारियों के अनुसार इंजीनियर की टीम यह देख रही है कि पुलों की सेहत कैसी है? पुल कितना पुराना है, पुल कितना लोड सह सकता है. कुल मिलाकर देखें तो गुणवत्ता के हिसाब से पुलों की क्या स्थिति है? और यदि कोई गड़बड़ी है तो उसे कैसे ठीक किया जा सकता है? पुल निर्माण निगम के अधिकारियों के अनुसार यदि मरम्मत करने लायक पुल नहीं रहे उसे तोड़कर नया भी बनाया जा सकता है. लेकिन यह सब सर्वे के बाद ही फैसला होगा.