रुद्रप्रयाग: जिले की तुंगनाथ घाटी में आफत की बारिश बरस रही है. जिस कारण ग्रामीण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. तुंगनाथ घाटी में आफत की बारिश के कारण उषाड़ा गांव खतरे की जद में हैं, जबकि कई व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को खाली करके निकल गए हैं. नदी का जल स्तर बढ़ने से गांव को खतरा पैदा हो गया है. इसके साथ ही ऊखीमठ-चोपता-गोपेश्वर राजमार्ग में भी दरारें पड़ी हैं. जिस कारण आवागमन करने में बहुत सारी परेशानियां हो रही हैं. मूसलाधार बारिश के कारण भरदार पट्टी के डोब तोक में लाखों का पुश्ता भी ध्वस्त हो गया है.
बता दें बीते कई दिनों से जिले में आफत की बारिश ने कोहराम मचाकर रखा है. मूसलाधार बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे से लेकर लिंक मार्गो की हालत बद से बदतर बनी हुई है, जबकि तुंगनाथ घाटी में भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं. जिसके कारण गाड़-गदेरों ने भी विकराल रूप धारण किया हुआ है. तुंगनाथ घाटी में भारी बारिश के चलते उषाड़ा गांव के 61 परिवार खतरे की जद में हैं. होटल, ढाबा व्यारियों ने भूधंसाव के चलते अपने प्रतिष्ठानों को खाली कर दूसरी जगह चले गए हैं. पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों के साथ ही स्कूली बच्चों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इसके साथ ही गांव की बिजली लाइन को भी भारी नुकसान पहुंचा है. लगातार हो रहे भूधंसाव के कारण ग्रामीण जनता खौफ के साये में जीवन यापन करने को मजबूर है. हल्की सी बारिश होने पर क्षेत्र के ग्रामीण भयभीत हो जाते हैं. इसके अलावा ऊखीमठ-चोपता-गोपेश्वर राजमार्ग में भी दरारें पड़ी हैं, जबकि के कई जगहों पर पहाड़ी से मलबा और बोल्डर भी आया है. जिससे राजमार्ग को हर समय खतरा बना हुआ है. आवागमन करने वाले यात्री जान को हथेली पर रखकर सफर तय करने को मजबूर हैं.