नई दिल्ली/नोएडा: आलू की आड़ में नकली तंबाकू लेकर कर्नाटक जा रहे छह तस्करों को क्राइम रेस्पांस टीम और थाना सेक्टर-126 पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए मंगलवार को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से एक हजार किलो तंबाकू, 15 कुंतल आलू, 61 हजार 560 रुपये की नकदी, तस्करी में इस्तेमाल ट्रक और कार बरामद हुई है. बाजार में नकली तंबाकू की कीमत दो करोड़ रुपये के करीब बताई जा रही है.
दिल्ली के वजीराबाद में चल रही थी नकली तंबाकू बनाने की फैक्टरी
डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि थाना सेक्टर-126 पुलिस और सीआरटी टीम सोमवार देर रात को गढ़ी शाहपुर गांव के पास गश्त कर रही थी. इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि दिल्ली से नकली तंबाकू की खेप ट्रक से कर्नाटक आज रात नोएडा के रास्ते जाने वाली है. नकली तंबाकू से लदे ट्रक को पुलिस की नजर से बचाकर निकाल ले जाने के उद्देश्य से एक ग्रे रंग की कार में गिरोह के सदस्य आगे-आगे चल रहे थे. जेपी स्कूल वाले फ्लाइओवर के पास देर रात एक ट्रक गुजरा. संदिग्ध लगने पर जब पुलिस ने ट्रक की तलाशी ली तो ट्रक के पिछले हिस्से में आलू के बोरे लाद रखे थे, जबकि ट्रक के अंदर नकली तंबाकू लदा हुआ था. सीआरटी निरीक्षक ने टीम के साथ ट्रक की तलाशी ली और आरोपियों को पकड़ लिया.
आरोपियों की पहचान प्रतापगढ़ निवासी मनोज सरोज और शिवम जायसवाल, कर्नाटक बैंगलुरु के रमेश भट्टी, सैय्यद जबीउल्ला, जाकिर हुसैन और दिल्ली वजीराबाद के परम के रूप में हुई. इस दौरान दिल्ली वजीराबाद का विकास उर्फ चाचा भागने में सफल रहा. आरोपियों ने नकली तंबाकू पर हंस छाप तंबाकू ब्रांड की नकली पैकिंग कर रखी थी. नकली पैकिंग में घटिया किस्म का तंबाकू भरा जाता है, जिसे आरोपी असली के रूप में बेच देते हैं. तंबाकू पकड़े जाने की सूचना पाकर हंस छाप तंबाकू कंपनी के अधिकृत जांच अधिकारी सिद्धार्थ गौर और सौरभ शर्मा भी आए. जिन्होंने पकड़े गए तंबाकू को खोलकर देखा तो बताया कि यह सभी नकली तंबाकू है. ये लोग इस नकली तंबाकू को प्रतिबंधित राज्यों में बेचने के उद्देश्य से ले जाते हैं. पुलिस ने तंबाकू के खेप की जानकारी जीएसटी सहित अन्य विभाग को भी दे दी है. तंबाकू को परीक्षण के लिए लैब भेजा गया है.