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एकेटीयू का 22वां दीक्षांत समारोह; 47269 विद्यार्थियों को डिग्री और 91 मेधावियों मिला पदक - AKTU CONVOCATION

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मंत्री आशीष पटेल की मौजूदगी में विद्यार्थियों को डिग्री और मेडल दिया गया. मेडल और ड्रिग्री पाकर छात्र-छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल गए.

एकेटीयू दीक्षांत समारोह में विद्यार्थी और अतिथि.
एकेटीयू दीक्षांत समारोह में विद्यार्थी और अतिथि. (Etv Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 13, 2024, 6:03 PM IST

लखनऊःडॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के 22वें दीक्षांत समारोह का आयोजन मंगलवार को किया गया. जिसमें राज्यपाल और राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल, मुख्य अतिथि एमिरेट्स-जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर्स इंडिया सीईओ राजीव चाबा और विशिष्ट अतिथि मंत्री आशीष पटेल की मौजूदगी में अलग-अलग पाठ्यक्रमों में 47269 छात्रों को डिग्री और 91 मेधावियों को पदक दिया गया. जिसमें झलक जैन को कुलाधिपति स्वर्ण पदक, 1 श्रुति सिंह को कमल रानी वरुण गोल्ड मेडल, 39 को गोल्ड पदक, 27 रजत पदक, 25 कान्स्य पदक और 46 छात्रों को पीएचडी डिग्री दी गई.

विदेश से सीखकर अपने देश आना चाहिएःसमारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में कंपनियां आई और वह धीरे-धीरे करके क्यों जा रही है. इसे समझने की जरूरत है, अगर हम टेक्नोलॉजी नहीं बदलेंगे तो ऐसे ही कंपनियां हमारे देश को छोड़कर जाती रहेंगे. इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए राजीव चाबा ने इसी विश्वविद्यालय में सीखा और जिनके अनुभव को आज देश लाभ उठा रहा है. ऐसे ही सभी को सीखना चाहिए और विदेश से सीख कर अपने देश वापस आना चाहिए. अपने देश में आकर काम शुरू करना चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि हमें अपने प्रदेश में मौजूद संसाधनों और सुविधाओं को देखते हुए हर इंजीनियरिंग कॉलेज को उसके हिसाब से पढ़ाई करने कराई जानी चाहिए. डाटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कंप्यूटर साइंस जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपार संभावना है. इसे देखते हुए सभी संस्थाओं को तैयारी करने की जरूरत है. साइबर फ्रॉड, मशीन लर्निंग जैसे सेक्टर में आने वाले समय में अपार संभावना है. ऐसे में एकेटीयू जैसे संस्थानों से पढ़कर निकलने वाले छात्रों की भूमिका काफी बढ़ने वाली है.

एकेटीयू दीक्षांत समारोह को संबोधित करतीं राज्यपाल आनंदी बेन पटेल. (Photo Credit; ETV Bharat)
यूपी के दो विश्वविद्यालय ने मिली विशेष रैंकः मंत्री आशीष पटेल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि एआईआरएफ की जारी हुई रैंकिंग में हमारे दो विश्वविद्यालय ने विशिष्ट उपाधि प्राप्त की है. भारत की रैंकिंग सिस्टम में हमारे एमएमटीयू ने विशेष स्थान प्राप्त किया है. विश्वविद्यालय शोध और नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है. विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा 1600 से अधिक शोध पत्र विभिन्न इंटरनेशनल जर्नल्स में प्रकाशित किए हैं. विश्वविद्यालय से जुड़े जितने भी संस्थान है उन्होंने नैक, एनबीए एक्रीडिटेशन के क्षेत्र में भी स्थान प्राप्त किया है. 24 कॉलेज को नैक एक्रीडिटेशन मिला है. 38 इंजीनियरिंग कॉलेज को एमबीए का एक्रीडिटेशन मिला है.
छात्रा झलक जैन को गोल्ड मेडल के साथ चेक सौंपती राज्यपाल और मंत्री. (Photo Credit; ETV Bharat)
किसी भी देश में को आगे बढ़ाने में महिलाओं को सफल बनाना जरूरीःएमिरेट्स-जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर्स इंडिया सीईओ राजीव चाबा ने कहा कि मेरा जन्म कानपुर में हुआ और मैं पढ़ा लिखा लखनऊ में हूं. मैंने इंजीनियरिंग गोरखपुर से की है और बेंगलुरु से एमबीए किया. इसके बाद आईसर ट्रैक्टर कंपनी से अपने करियर की शुरुआत की. इसके बाद विदेश चला गया और फिर विभिन्न संस्थाओं में 18 से 20 साल काम करने के बाद भारत में एमजी मोटर को दोबारा से शुरू किया. जब जनरल मोटर गुजरात में अपना पूरा काम समेट कर जाने लगी तो इस कंपनी को दोबारा से शुरू करने को मैंने एक चैलेंज के तौर पर लिया. इसके लिए गुजरात सरकार ने पूरी मदद की. मैं जब दोबारा से एमजी मोटर्स को खड़ा करने का काम शुरू किया तो अपने कंपनी में महिला कर्मचारियों को प्राथमिकता दी. मैंने अपने कंपनी में युवा लड़कियों और लड़कों को एक समान काम करने का मौका दिया इसी का परिणाम है कि जो कंपनी भारत में बंद होने जा रही थी वह आज एक बार फिर से अपने पैरों पर खड़ी है. किसी देश को आगे ले जाने के लिए वहां की महिलाओं को सफल बनाना सबसे जरूरी है.

सफलता के लिए चार प्रमुख मूलमंत्रःउन्होंने कहा कि आज किसी भी फील्ड में सफल होने के लिए टेक्नोलॉजी इनोवेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेल्स एंड सर्विसेज और जेंडर डायवर्सिटी यह चार प्रमुख मूल मंत्र है. जिस पर सभी को फोकस रखकर अपना काम करना चाहिए. चाबा ने कहा कि हर इंडस्ट्री में साल 2 साल में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ग्लोबल वार्मिंग (क्लाइमेट चेंज), वैलनेस, एक्सपीरियंस शेयरिंग (कंटेंट क्रिएशन) ये चार एरिया है, जहां आज के युवा काम कर अपने करियर को आगे ले जा सकते हैं. सफल होने के लिए पीपल कंटेंट, कोलैबोरेशन, कम्युनिकेशन और फ्लैक्सिबिलिटी (रीस्किलिंग) के जैसे फैक्टर पर लगातार काम करना होगा.


छह कैटेगरी में स्टूडेंट स्टार्टअप अवार्ड ःप्रदेश में स्टार्टअप और इनोवेशन की संस्कृति विकसित करने के लिए दीक्षांत समारोह के दौरान इस बार छह श्रेणियों में स्टूडेंट स्टार्टअप अवार्ड दिया गया. इसमें अवार्ड वीमेन लेड स्टार्टअप अवार्ड, बेस्ट सोशल इम्पैक्ट स्टार्टअप अवार्ड, बेस्ट टेक इनोवेशन स्टार्टअप, एसिसिबिलिटी, सस्टेनेबिलिटी चैंपियन और छठां हेल्थ इनोवेशन स्टार्टअप अवार्ड दिया गया.

विजेता बच्चों का किया सम्मानःसमारोह में कुलाधिपति विश्वविद्यालय के गोद लिए गए 12 गांवों के विद्यालयों में आयोजित हुए चित्रकला, निबंध और कहानी कथन प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को सम्मानित किया.

पलक जैन को कुलाधिपति और श्रुति सिंह कमल रानी वरूण स्मृति गोल्ड को मेडलः एकेटीयू से संबद्ध संस्थान मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीरियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, मेरठ के बीटेक कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीरियनिंग (डाटा साइंस) की छात्रा झलक जैन ने सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया. दीक्षांत समारोह में छात्रा झलक जैन को कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल कुलाधिपति स्वर्ण पदक दिया गया. इसके अलावा छात्रा को बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से प्रोत्साहन के तौर पर 31 हजार रुपये भी दिया गया. जबकि कमल रानी वरूण स्मृति स्वर्ण पदक बीटेक के सभी ब्रांच में अनुसूचित जाति की सभी उत्तीर्ण छात्राओं में सर्वोच्च स्थान पाने वाली कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीरियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, गाजियाबाद की छात्रा श्रुति सिंह को दिया गया.

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