गुरुग्राम: शहर की साइबर अपराध टीम ने 4 साइबर ठगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, जिनकी पहचान आरोपी रामावतार मीणा, कनिष्क विजय, जगदीश प्रसाद व सुरेश के रूप में हुई है. आरोपी इन्वेस्टमेंट बेस्ड फ्रॉड व टास्क बेस्ट फ्राड से धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देते थे.
ऐसे हुआ खुलासा : दरअसल, गुरुग्राम पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 4 मोबाइल फोन्स व 4 सिम कार्ड्स का बरामद की थी. इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर (I4C) से जांच/डाटा के अवलोकन कराने पर ज्ञात हुआ कि आरोपियों के विरूद्ध देशभर में लगभग 7 करोड़ 46 लाख रुपयों की ठगी की गई है. इस संबंध में कुल 2016 शिकायतें और 66 मामले दर्ज हुए थे. इन मामलों में से 4 मामले हरियाणा में भी दर्ज थे, जिनमें से थाना साइबर अपराध पश्चिम गुरुग्राम में 2 मामले दर्ज है. इस तरह पुलिस टीम ने मामले का खुलासा किया.
ऐसे करते थे ठगी : गुरुग्राम पुलिस की ओर से की गई जांच में यह सामने आया कि आरोपी इन्वेस्टमेंट बेस्ड फ्रॉड व टास्क बेस्ट फ्राड से धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देकर ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे.
पहले भी कर चुके खुलासा : वहीं, 21 अक्टूबर को भी गुरुग्राम पुलिस ने बड़ी साइबर अपराध की घटना का खुलासा किया था. पुलिस ने गिरफ्तार किए गए 24 आरोपियों से पूरे भारत में लगभग 16 करोड़ 77 लाख रुपयों की साइबर ठगी का पर्दाफास किया था. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से बरामद किए गए 9 मोबाइल फोन्स का इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर से जांच करते हुए खुलासा किया कि आरोपियों के खिलाफ देशभर में लगभग 16 करोड़ 77 लाख रुपयों की ठगी करने के संबंध मे कुल 4568 शिकायतें और 189 मामले दर्ज है. इन मामलों में से 14 मामले हरियाणा में जिनमें से थाना साइबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में 2 मामले और थाना साइबर अपराध मानेसर, गुरुग्राम में 1 मामला दर्ज है.
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